जयपुर:-हिजाब को लेकर विधायक बालमुकुंद आचार्य के बयान पर आज सदन के अंदर और बाहर हंगामा हो गया। हंगामे के बाद विधायक बालमुकुंद आचार्य ने विधानसभा के बाहर कहा- स्कूलों का एक ड्रेस कोड होता है। मेरे भाषण को देखा जा सकता है। मैने स्कूल में बच्चियों को कुछ नहीं कहा। मैने केवल स्कूल प्रिंसिपल से पूछा था कि क्या स्कूल में दो तरह का ड्रेस कोड है। उन्होंने कहा कि नहीं ऐसा नहीं है। यह मानते ही नहीं हैं।
बालमुकुंद ने कहा- मुझे स्कूल में दो तरह का माहौल नजर आया। एक हिजाब के साथ दूसरा बिना हिजाब के था। ऐसे में हमारे भी बच्चे-बच्चियां कल को लहंगा-चुन्नी पहनकर आएंगे, कलरफुल ड्रेस पहनकर आएंगे। जब स्कूल का ड्रेस कोड तय है, बच्चियों को इसमें आपत्ति भी नहीं है। केवल उन्हें गाइड करने की जरूरत हैं।
मदरसों का ड्रेस कोड बदलने के लिए तो नहीं बोल रहे
विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि मेरा सवाल वाजिब है। स्कूल का ड्रेस कोड तय है। वहां का नियम कायदा होता है। स्कूल में ड्रेस कोड के हिसाब से ही आना चाहिए। इन्हें तो सरस्वती के श्लोक बोलने पर भी आपत्ति है। यह क्या बात हुई। विद्यालय में सबके लिए नियम बराबर हैं।
जबरन जय श्रीराम के नारे लगाने के सवाल पर विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा- मैने ऐसे कोई नारे नहीं लगवाए। मैने कहा था भारत माता की जय बोलिए। उन्हें समझाया भी था कि भारत हमारा देश हैं। यह धरती हमारी माता है। यह हमारी मां की भी मां हैं। क्या भारत माता की जय बोलना भी गलत है।
उन्होंने कहा कि मैं मदरसों में भी गया था। मैने वहां तो ड्रेस बदलने की बात नहीं की। हर जगह का अपना ड्रेस कोड तय है। स्कूल में ड्रेस कोड के हिसाब से ही आना चाहिए।
क्या है मामला
बता दें कि बालमुकुंद आचार्य के स्कूल में हिजाब पर आपत्ति करने पर सोमवार को गंगापोल गर्ल्स स्कूल की छात्राएं सुबह करीब 9 बजे सुभाष चौक थाने पर पहुंच गईं। सभी ने थाने को घेर लिया। पुलिस ने जब छात्राओं से कारण पूछा तो छात्रों ने बताया कि विधायक बालमुकुंद आचार्य स्कूल में एक कार्यक्रम के दौरान पहुंचे थे। उन्होंने स्कूल हमारे हिजाब को लेकर बातें की। यह हमे मंजूर नहीं है। शिक्षा के मंदिर में हिंदू मुसलमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सदन में उठा हिजाब का मुद्दा
विधायक बालमुकुंद आचार्य के बयान को लेकर विधायक रफीक खान ने आज सदन में मामला उठाया। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के दिन बीजेपी विधायक गंगपोल स्कूल में जाते है। वहां कहते है कि यहां हिज़ाब पर पाबंदी है। यहां हिजाब लगाकर नहीं आओगे। विधायक रफीक खान ने कहा कि किस हैसियत से विधायक वहां जाते है। जिस दिन संविधान लागू हुआ। उसी दिन संविधान का उल्लंघन करते हैं।
इस पर बीजेपी विधायकों ने दर्ज की आपत्ति। संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि यह स्थगन प्रस्ताव का विषय नहीं है। केवल स्थगन प्रस्ताव पर बोलिए। अलग विषय वस्तु को कार्यवाही से निकाला जाए। लेकिन विधायक रफीक खान अपनी बात रखते रहे। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने इस विषय को सदन की कार्यवाही से निकालने के लिए कह दिया।