कठुआ :-कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अपने अंतिम पड़ाव जम्मू-कश्मीर पहुंच चुकी है। राहुल गांधी शुक्रवार सुबह जब कठुआ पहुंचे तो बारिश हो रही थी। यात्रा के दौरान पहली बार राहुल गांधी जैकेअ में नजर आए। यहां उनकी यात्रा में शिवसेना नेता संजय राउत भी शामिल हुए।
जम्मू-कश्मीर में दाखिल होने से पहले गुरुवार शाम राहुल ने पठानकोट बॉर्डर पर कहा, “मैं जानता हूं कि यहां के लोग पीड़ा में हैं, मैं समझता हूं कि हर कोई आहत है। हर इंसान परेशान है। मैं आपका दर्द बांटने आया हूं।’ इस दौरान राहुल के साथ बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद थे।
7 सितंबर 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा 19 जनवरी 2023 को जम्मू-कश्मीर पहुंची। 125 दिन में राहुल देश के 13 राज्यों से गुजरे। जम्मू-कश्मीर में वे 9 दिन रहेंगे। यात्रा 30 जनवरी को खत्म होगी।
पठानकोट बॉर्डर पर राहुल की स्पीच, 3 अहम बातें
1. ऐसा लगा जैसे घर वापस आ गया
जम्मू-कश्मीर में एंट्री से पहले राहुल ने गुरुवार को पठानकोट बॉर्डर पर स्पीच दी। इस दौरान बड़ी तादाद में समर्थक मौजूद थे। राहुल बोले, “पूर्वज जम्मू-कश्मीर से उत्तर प्रदेश गए थे। मैं उसी जगह जा रहा हूं। ऐसा लगा, जैसे घर वापस आ गया। जब कोई अपनी जड़ों की ओर लौटता है तो वह अपने बारे में और अपने देश के लोगों के बारे में काफी कुछ सीखता है।’
2. इस जमीन पर दाखिल होने से पहले सिर झुकाता हूं
उन्होंने कहा, “आपकी जमीन में दाखिल होने से पहले मैं सिर झुकाता हूं। मैं आपसे कहना चाहता हूं कि भले ही आपका कोई भी धर्म हो, जाति हो, आप अमीर हो गया गरीब हो, जवान हो या बूढ़े हो, ये देश आपका है और आप इस देश के हैं। राहुल ने कहा कि अगले 9 दिन मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से सिर्फ सीखूंगा। उनसे कुछ भी नहीं कहूंग’
3. भाजपा-संघ और करोड़पतियों की टीम मिलकर काम कर रही
कांग्रेस नेता बोले, “देश जो वास्तविक समस्याएं झेल रहा है, वो हैं नफरत, बेरोजगारी, महंगाई। इसके अलावा 2 तरह का भारत, एक करोड़पतियों का और दूसरा गरीबों का। भाजपा, संघ और करोड़पतियों की टीम मिलकर काम कर रही है ताकि मुख्य मुद्दों से देश का ध्यान भटकाया जा सके। मीडिया भी केवल हिंदू-मुस्लिम और नफरत जैसे मुद्दे उठा रहा है।’
नेशनल कॉन्फ्रेंस लीडर ने गुरुवार को एक इवेंट में राहुल की तुलना आदि गुरु शंकराचार्य से की। उन्होंने कहा कि सदियों पहले शंकराचार्य ने कन्याकुमारी से कश्मीर की यात्रा शुरू की थी। राहुल ऐसा करने वाले दूसरे इंसान हैं। राहुल गांधी भारत को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।