गुजरात के तटीय इलाकों की तरफ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय बेहद खतरनाक हो चुका है। मौसम विभाग के अनुसार यह सौराष्ट्र-कच्छ से सिर्फ 80 किलोमीटर दूर है, जो गुरुवार रात 6 से 8 बजे तक जखौ पोर्ट पहुंच सकता है।
इस दौरान हवा की रफ्तार 150 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है, जिससे हालात बेहद खराब हो सकते हैं। उधर, चक्रवात से होने वाले खतरे को देखते हुए अब तक 94 हजार से ज्यादा लोगों को तटीय इलाकों से रेस्क्यू किया गया है।
IMD गुजरात की वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने शाम 5 बजे बताया- बिपरजॉय जखौ से 80 किलोमीटर दूर है। यह उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ते हुए कच्छ, सौराष्ट्र को पार करने वाला है। तब इसकी रफ्तार 115-125 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। इसके बाद शाम से आधी रात तक लैंडफॉल जारी रहेगा।
कमांडर कोस्ट गार्ड रीजन-नॉर्थ वेस्ट के इंस्पेक्टर जनरल एके हरबोला ने बताया- हमने गुजरात में 15 जहाज और 7 एयरक्राफ्ट तैयार रखे हैं। शाम 6 से 8 बजे के बीच लैंडफॉल के अनुमान के चलते NDRF की 27 टीमें भी तैनात हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात के अलावा 10 अन्य राज्यों में इस तूफान का असर देखा जा रहा है। इनमें राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, लक्षद्वीप, केरल, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय शामिल हैं। यहां के कई इलाकों में तेज हवाएं चल रही हैं और बारिश हो रही है।
तूफान से जुड़े अपडेट्स
- गुजरात के द्वारका में NDRF की छह टीमों ने रूपेन बंदर के निचले इलाकों से 72 लोगों को रेस्क्यू किया है। इनमें 32 पुरुष, 25 महिलाएं और 15 बच्चें हैं। उन्हें NDH स्कूल में शिफ्ट किया गया है।
- गुजरात के आठ तटीय जिलों में 94 हजार लोगों को अस्थायी शिविर में ले जाया गया है। अकेले कच्छ जिले से 34 हजार से ज्यादा लोगों को निकाला गया है। इसके बाद जामनगर में 10 हजार, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर में 3,469 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।
- गुजरात के साथ महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी असर दिख रहा है। इन इलाकों में NDRF की 33 टीमें तैनात की गई हैं। कोस्ट गार्ड, आर्मी और नेवी की रेस्क्यू और रिलीफ टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। इन इलाकों में चक्रवात के गुजर जाने के बाद यातायात और बिजली व्यवस्था बहाल करने के लिए करीब 600 टीमें बनाई गई हैं।
- गुजरात के कच्छ जिले में धारा 144 लगा दी गई है। पश्चिम रेलवे ने चक्रवात संभावित क्षेत्रों में 67 ट्रेन रद्द की हैं, 25 के रूट बदले हैं।
- पाकिस्तान में भी चक्रवात बिपरजॉय को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। वहां के मौसम विभाग के अनुसार आज सिंध के केटी बंदर से चक्रवात बिपरजॉय टकराएगा।
25 साल में जून में गुजरात से टकराने वाला पहला तूफान
बिपरजॉय पिछले 25 साल में जून महीने में गुजरात के तट से टकराने वाला पहला तूफान होगा। इससे पहले 9 जून 1998 को एक तूफान गुजरात के तट से टकराया था। तब पोरबंदर के पास 166 kmph की रफ्तार से हवा चली थी।
बीते 58 साल की बात करें तो 1965 से 2022 के बीच अरब सागर के ऊपर से 13 चक्रवात उठे। इनमें से दो गुजरात के तट से टकराए। एक महाराष्ट्र, एक पाकिस्तान, तीन ओमान-यमन और छह समुद्र के ऊपर कमजोर पड़ गए।
पाकिस्तान में अब तक 80 हजार लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया
साइक्लोन बिपरजॉय का असर दक्षिणी पाकिस्तान के सिंध प्रांत में भी होगा। ऐसे में प्रशासन ने तटीय इलाकों से 81 हजार लोगों को निकालकर ऊंचे इलाकों में राहत शिविरों में भेज दिया है। प्रशासन ने स्कूलों में 75 राहत शिविर बनाए हैं।