नई दिल्ली :- गुजरात विधानसभा के दूसरे फेज की वोटिंग सोमवार को खत्म हो गई। अब 8 दिसंबर को गुजरात के साथ ही हिमाचल प्रदेश के चुनावी नतीजों का इंतजार है। अगले 72 घंटे में यह तय हो जाएगा कि इस बार दोनों राज्यों में भाजपा वापसी करेगी या फिर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) बाजी मार ले जाएगी।
हालांकि इससे पहले सोमवार को आए एग्जिट पोल में गुजरात में भाजपा रिकॉर्ड 7वीं बार सरकार बनाती दिख रही है। वहीं हिमाचल प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर नजर आ रही है।
1. सबसे पहले गुजरात का गणित जान लें…
तीन एग्जिट पोल के मुताबिक गुजरात में भाजपा की रिकॉर्ड 7वीं बार बहुमत की सरकार बन सकती है। वहीं, अगर 2017 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो भाजपा को 99 सीटें मिली थीं। यानी भाजपा अपने पिछले प्रदर्शन को बेहतर करती नजर आ रही है। इधर कांग्रेस को एक बार फिर झटका लगने का अनुमान है। कांग्रेस को तीन सर्वे में 30 से 50 सीट मिली हैं। वहीं इस बार आप गुजरात में खाता खोलती दिख रही है। यहां पार्टी को 3 से 13 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है।
गुजरात में 2017 में क्या रहे थे नतीजे?
गुजरात विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 18 फरवरी को खत्म हो रहा है। 2017 के चुनाव में भाजपा ने गुजरात विधानसभा की 182 में से 99 सीटों पर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं। चुनाव के बाद भाजपा ने विजय रूपाणी को मुख्यमंत्री बनाया था।
हालांकि सितंबर 2021 में रूपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बना दिया गया। मंत्रिमंडल में भी फेरबदल किया गया था। गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह क्षेत्र भी है। वे यहां 2001 से 2014 तक CM भी रह चुके हैं। भाजपा यहां 1995 से सत्ता में है। तब से कांग्रेस यहां वापसी नहीं कर पाई है। हालांकि 2017 में कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप भी इस बार यहां जोर-शोर से लगी हुई है। ऐसे में मुकाबला त्रिकोणीय भी हो सकता है। अब देखना ये है कि 8 दिसंबर को जब मतगणना होगी तो क्या भाजपा रिकॉर्ड 7वीं बार सरकार बनाएगी या कांग्रेस और आप सत्ता में सेंध लगाने में कामयाब हो जाएंगीं।
2. पहाड़ी राज्य हिमाचल में भाजपा सत्ता के करीब पर कांग्रेस भी पास
एग्जिट पोल के मुताबिक पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला है। पांच एजेंसी के सर्वे में भाजपा 32 से 40 के बीच यानी बहुमत के करीब दिख रही है, लेकिन कांग्रेस का भी आंकड़ा बहुमत को छूता नजर आ रहा है। पांचों सर्वे में कांग्रेस को भी 27 से 40 के बीच सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। यानी भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला लगभग बराबरी का है। वहीं आम आदमी पार्टी सिर्फ एक सर्वे में एक सीट लाती दिख रही है।
हिमाचल प्रदेश में 2017 में क्या रहे थे नतीजे?
हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर को वोटिंग हुई थी। इस बार भी मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही माना जा रहा है। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो हिमाचल विधानसभा की 68 सीटों में से भाजपा ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि कांग्रेस ने 21 सीटें हासिल की थी। जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री बनाया गया था।
इसी साल हुए उप चुनाव में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया था। ऐसे में कांग्रेस जीत का दावा कर रही है। आम आदमी पार्टी भी यहां दावा ठोंक रही है। अब देखना ये है कि 8 दिसंबर को मतगणना के दिन किसकी सरकार बनती है। भाजपा अगर वापसी करती है तो राज्य के 35 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, जब कोई सत्ताधारी पार्टी दोबारा सरकार बनाएगी।
वहीं कांग्रेस की सरकार बनती है तो राज्य में हर पांच साल में सरकार बदलने का ट्रेंड बना रहेगा। भाजपा और कांग्रेस के बीच आम आदमी पार्टी सेंध लगाने में कामयाब हो पाएगी या नहीं, ये भी 8 दिसंबर को तय हो जाएगा।