पूनिया बोले- ‘ईंट का जवाब पत्थर से देंगे’, BJP को बहुमत से ज्यादा वोट मिलेंगे
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा- जयपुर ग्रेटर नगर निगम चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी खेमे में तोड़फोड़ की कोशिश की, तो हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे। उन्होंने कहा- कांग्रेस की नीयत खराब है। लेकिन फिर भी बीजेपी के पास बहुमत से भी ज्यादा वोट आएंगे। ये मैं दावे के साथ कह सकता हूं।
जब मीडिया ने पूछा कि कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि खुद चलकर बीजेपी के पार्षद उनसे पास आएंगे। तो पूनिया बोले- ऐसा चमत्कार तो आज तक उन्होंने किया नहीं कि लोग खुद चलकर उनके पास आएंगे। लेकिन ये संकेत कर रहा है कि कांग्रेस का अपना आधार खत्म हो गया, दुर्दशा हो गई, बिखराव हो गया। मुझे लगता है वो खुद अपना घर सम्भाल लें तो बेहतर है।
हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे और देख लेना कैसे देंगे
एक दर्जन से ज्यादा पार्षदों का बीजेपी की बाड़ेबंदी से दूर रहना किस ओर इशारा करता है, सवाल पर पूनिया बोले हैं- ये कोई इशारा नहीं कर रहा है। पार्षद सभी सम्पर्क में हैं। लेकिन जो बिस्तर पर हैं। उनको भी अनुपस्थित मानेंगे तो यह आपके काउंट में आएगा। लेकिन हमारे यहां ऐसा नहीं है। कांग्रेस तोड़फोड़ की कोशिश करेगी, तो हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे और देख लेना कैसे देंगे।
बीजेपी के पार्षद कांग्रेस के सम्पर्क में हैं
कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और कांग्रेस खेमे के पार्षद राजेश गुर्जर और प्रदीप तिवाड़ी के उस दावे पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने पलटवार किया है। जिसमें उन्होंने जयपुर ग्रेटर नगर निगम चुनाव में बीजेपी में भीतरघात और क्रॉस वोटिंग का खतरा बताते हुए कहा कि बीजेपी के पार्षद हमारे सम्पर्क में हैं। खाचरियावास ने बाड़ेबंदी करवाने का कारण बताया- जो बीजेपी पार्षद हमारे पास आएंगे, उन्हें हम कहां रखेंगे। इसलिए हमने होटल बुक करवाया है, ताकि वे पार्षद हमारे पार्षदों संग रह सकें।
खाचरियावास ने कहा है कि भाजपा के पार्षदों में नाराजगी का हमें फायदा मिल सकता है। हम नम्बर गेम में जरूर पीछे हैं, लेकिन जब गणित बदलती है तो बहुत तेजी से बदलती है। साल 2019 में भी इसी निगम में बड़ा उलटफेर हुआ था और बीजेपी देखती रह गई थी।
हमारा बोर्ड बनाने के लिए बीजेपी पार्षद खुद लालायित
पार्षद राजेश गुर्जर ने कहा- ग्रेटर निगम में बीजेपी मेयर अस्थाई रहा। कभी किसी को मेयर बनाया बनाया, सस्पेंड किया, दोबारा कार्यवाहक मेयर बनाया गया। बीजेपी के खुदके पार्षद ही परेशान हो चुके हैं। उनकी काम करने की क्षमता से वो खुद परेशान हैं। बीजेपी पार्षद कांग्रेस की सरकार से कड़ी से कड़ी जोड़ना चाह रहे हैं। ताकि उनके काम हों और वार्ड में वो दोबारा चुनाव जीत सकें। वो खुद हमारे सम्पर्क में जुड़े हुए हैं। हमारा बोर्ड बनाने के लिए वो खुद लालायित हैं। क्योंकि उनमें आंतरिक कलह ज्यादा है।
पार्षद करण ने कहा- बीजेपी पार्षद अंतर्रात्मा की आवाज सुनेंगे। कड़ी से कड़ी जोड़ने की कोशिश करेंगे। सीएम गहलोत पूरे राजस्थान में अच्छा काम कर रहे हैं। वो कांग्रेस पार्टी और हेमा सिंघानिया के समर्थन में वोट डालेंगे और पूरे बहुमत से सिंघानिया को मेयर और कांग्रेस का बोर्ड बनाएंगे।
बीजेपी के सभी असंतुष्ट हमारे साथ, बड़े नेताओं के सम्पर्क में हैं
पार्षद प्रदीप तिवाड़ी ने कहा- कांग्रेस आश्वस्त है। हम सारी पार्टियां एकजुट हैं। बीजेपी के सभी असंतुष्ट हमारे साथ हैं। वो हमारे बड़े नेताओं के भी सम्पर्क में हैं और हमारे साथी पार्षदों के भी सम्पर्क में हैं। हम सभी एक दूसरे के सम्पर्क में हैं। हम इस चुनाव को लेकर निश्चित हैं कि 100 फीसदी चुनाव जीतेंगे और हेमा सिंघानिया जयपुर ग्रेटर की मेयर बनेंगी।
क्यों है क्रॉस वोटिंग का खतरा ?
बीजेपी के पार्षद चौमूं पैलेस और कांग्रेस पार्षद सांगानेर तहसील में मानसरोवर स्थित मैजेस्टी रिसॉर्ट में बाड़ेबंदी में हैं। जब साल 2019 में भी चुनाव के दौरान प्रशिक्षण शिविर के नाम पर बाड़ेबंदी की गई थी। तब बीजेपी के सभी पार्षद होटल में थे, लेकिन उसके बावजूद पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की थी। इस बार तो कई बीजेपी पार्षद गायब हैं। ग्रेटर निगम में जीत के लिए 74 वोटों की जरूरत है। बीजेपी के पास 93 यानी बहुमत से 19 पार्षद ज्यादा हैं। कांग्रेस के पास खुदके 49 और 4 निर्दलीय समेत 53 पार्षद हैं। कांग्रेस को जीत के लिए 21 और पार्षदों की जरूरत है। लेकिन जिस तरह कांग्रेस ने भी बहुमत नहीं होने के बावजूद बाड़बेदी की है। इससे मंसूबे यही नजर आते हैं कि 21 और पार्षदों को बीजेपी से तोड़ने की तैयारी कांग्रेस कर रही है।