पूर्वोत्तर के 3 राज्यों के विधानसभा चुनाव में त्रिपुरा और नगालैंड के रिजल्ट आ चुके हैं। दोनों राज्यों में भाजपा को फिर से बहुमत मिला है। नगालैंड में भाजपा गठबंधन को 37 और त्रिपुरा में 33 सीटें मिली हैं।
मेघालय में मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा की NPP सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। NPP के खाते में अभी 25 सीटें आ रही हैं। वोटिंग के बाद एग्जिट पोल्स में त्रिपुरा-नगालैंड में भाजपा गठबंधन को बहुमत का अनुमान था। मेघालय में हंग असेबंली के आसार थे। इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने ट्वीट करके कहा- मेघायल के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने गृहमंत्री अमित शाह को फोन करके सरकार बनाने के लिए मदद मांगी है।
अब सिलसिलेवार तरीके से तीनों राज्यों में अब तक मिले रिजल्ट और रुझानों की तस्वीर समझिए…
1. त्रिपुरा में भाजपा को बहुमत
मेघालय: 85.27% वोटिंग, यह पिछले चुनाव से 10% ज्यादा
मेघालय में 27 फरवरी को 60 में से 59 सीटों पर मतदान हुआ। 85.27% वोटिंग हुई। सोहियोंग सीट पर UDP उम्मीदवार एचडीआर लिंगदोह के निधन की वजह से चुनाव टाल दिया गया था। 2018 में 67% वोटिंग हुई थी। इस बार NPP ने 57, कांग्रेस और BJP ने 60-60 और TMC ने 56 सीटों पर कैंडिडेट उतारे हैं।
मेघालय में 2018 में 59 सीटों पर चुनाव हुए थे। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 21 सीटें जीती थीं। BJP को यहां महज 2 सीटें ही मिल सकी थीं। नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को 19 सीटें मिली थीं। इसने पीडीएफ और एचएसपीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई। इन्होंने मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस (एमडीए) बनाया। एनपीपी के कोनराड संगमा मुख्यमंत्री हैं।
नगालैंड में 85.90% वोटिंग
नगालैंड के 16 जिलों की 60 में से 59 विधानसभा सीटों पर 27 फरवरी को 85.90% वोटिंग हुई। यह पिछले साल से 10% ज्यादा है। 2018 में यहां 75% वोटिंग हुई थी। यहां 10 फरवरी को अकुलुतो विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के कैंडिडेट खेकाशे सुमी ने नामांकन वापस ले लिया था, जिसके बाद भाजपा कैंडिडेट कजेतो किनिमी को निर्विरोध निर्वाचित कर दिया गया। नगालैंड में अभी नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की सरकार है। नेफ्यू रियो CM हैं।
एनडीपीपी 2017 में अस्तित्व में आई थी। एनडीपीपी ने तब 18 और भाजपा ने 12 सीटें जीती थीं। दोनों दलों ने चुनाव से पहले गठबंधन किया था। सरकार में एनडीपीपी, भाजपा NPP और JDU शामिल हैं।