नई दिल्ली:-: दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में विधानसभा का चुनाव इसी साल होना है। राज्य में अभी भारतीय जनता पार्टी सत्ता में है। दक्षिण का द्वार कहे जाने वाले कर्नाटक की सत्ता में फिर से वापसी के लिए बीजेपी पूरी तरह से सक्रिय है। राज्य में बीजेपी के सीनियर नेताओं के ताबड़तोड़ दौरे हो रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस भी लगातार अपनी चुनावी तैयारी में जुटी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का गृह राज्य होने के कारण पार्टी यहां पूरी मेहनत कर रही है। कांग्रेस के सीनियर नेता और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला लगातार कैंप कर रहे हैं। पिछले सप्ताह कर्नाटक में भाजपा के एक विधायक के बेटे को 40 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद बीजेपी विधायक और उनके बेटे के यहां छापेमारी में 8 करोड़ से अधिक कैश बरामद हुए थे। पार्टी अभी इस परेशानी से जूझ ही रही थी कि कांग्रेस ने बीजेपी को एक और बड़ा झटका दिया है। भाजपा के सीनियर नेता और एमएलसी पुत्तन्ना ने आज कांग्रेस पार्टी ज्वाईन कर ली।
भाजपा MLC कांग्रेस में हुए शामिल-
भाजपा एमएलसी पुत्तन्ना शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कर्नाटक कांग्रेस प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व सीएम सिद्धारमैया की मौजूदगी में भाजपा एमएलसी पुत्तन्ना कांग्रेस में शामिल हुए। एक दिन पहले शुक्रवार को पुत्तन्ना ने भाजपा एमएलसी पद से इस्तीफा दिया था। साथ ही उन्होंने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ दी थी। जिसके बाद आज वो भाजपा में शामिल हुए।
कर्नाटक में भाजपा को लग रहे झटके-
चुनाव से पहले कर्नाटक में भाजपा के लगातार झटके लग रहे हैं। पिछले सप्ताह भाजपा विधायक मदल विरुपाक्षप्पा के बेटे को कथित रूप से 40 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था। जिसके बाद भाजपा विधायक मदल विरुपाक्षप्पा के बेटे बीडब्ल्यूएसएसबी के मुख्य लेखाकार प्रशांत मदल के घर सहित अन्य ठिकानों से 8 करोड़ रुपए कैश बरामद किए थे। इस घटना से विपक्षी पार्टी भाजपा पर लगातार हमलावर है। सरकार पर लग रहे 40 प्रतिशत कमीशनखोरी का आरोप और तेज हो गया है।
कर्नाटक में मई 2023 तक हो सकता है चुनाव-
मालूम हो कि कर्नाटक में मई 2023 तक विधानसभा का चुनाव हो सकता है। चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग की तैयारी तेज हो चली है। शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और अन्य अधिकारी कर्नाटक के दौरे पर पहुंचे हैं। चुनाव आयोग के अधिकारी सभी राजनीतिक दल और प्रशासन के साथ चुनाव को लेकर बैठक कर रहे हैं। जिसके बाद यहां चुनाव के तारीखों का ऐलान किया जाएगा।