नई दिल्ली :- सुशील मोदी ने 2000 की नोट को बंद करने की मांग की है। राज्यसभा में शुन्यकाल के दौरान सुशील मोदी ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा “बाजार से गुलाबी रंग का जो 2000 रुपए का नोट है, उसके दर्शन दुर्लभ हो गया है। ATM से नहीं निकल रहा है। अफवाह है कि यह अब लीगल टेंडर नहीं रहा, सरकार को इसके बारे में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर लोगों ने 2 हजार की नोट की होडिंग कर रखी है और यह केवल अवैध व्यापार में इस्तेमाल हो रहा है। वहीं कुछ जगह पर यह ब्लैक में मिल रहा है।
इसके साथ ही सुशील मोदी ने कहा कि “जब 1 हजार का नोट बंद हो गया तो 2 हजार के नोट के प्रचलन का कोई औचित्य नहीं है। मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि धीरे-धीरे 2,000 रुपए के नोट को खत्म किया जाए। इसके लिए लोगों को 2 साल का समय दिया जाना चाहिए।
आतंकी फंडिंग के लिए यूज हो रहा है 2000 रुपए का नोट
भाजपा सांसद सुशील मोदी ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि RBI ने 3 साल पहले 2,000 रुपए के नोटों की छपाई बंद कर दी है। ऐसी जानकारी है कि लोगों ने इसे जमा कर रखा है और इसका इस्तेमाल आतंकी फंडिंग, मादक पदार्थों की तस्करी और काले धन के लिए किया जा रहा है।”
विकसित अर्थव्यवस्था वाले देशों में 100 के ऊपर की कोई करेंसी नहीं
सुशील मोदी ने कहा कि यदि हम अमरीका, चीन, जर्मनी, जापान जैसी प्रमुख विकसित अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों को देखें, तो उनके पास 100 से ऊपर की कोई करेंसी नहीं है। इसलिए केंद्र सरकार को इस पर विचार करना चाहिए और इसे चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंधित करना चाहिए।
2016 में नोटबंदी के दौरान जारी किए गए थे 2000 रूपए के नोट
8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी करते हुए रातों-रात 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को बंद कर दिया था। इसके बाद 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी किए गए थे, लेकिन आज 2 हजार रुपए के नोट मार्केट में न के बराबर ही दिखाई देते हैं।