BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने कहा- राजस्थान की कांग्रेस सरकार में बाजार में बहन-बेटियों को बेचा जा रहा है। इतने भयानक हालात राजस्थान में हो रहे हैं कि लड़कियों की खरीद-फरोख्त हो रही है। उन्हें गुलाम बनाया जा रहा है। सेक्स स्लेव बनाया जा रहा है। अभी तक इस तरह की बातें हमने ISIS और तालीबान के अंदर सुनी थीं। लेकिन अब इतनी दूर जाने की जरूरत नहीं है।
CM जब लोगों से बात करते हैं, तो भाईयों और बहनों बोलते हैं, उस राज्य में बहनों और बेटियों को गुलाम बनाया जा रहा है। एक बार नहीं लगातार पिछले 3 साल से इसकी खबरें अखबारों में आ रही हैं। भीलवाड़ा से लगातार खबरें आ रही हैं। दूसरे राज्यों और विदेश तक राजस्थान की बेटियों को बेचा जा रहा है। पुलिस-प्रशासन और सरकार को इसकी पूरी जानकारी है। लेकिन फिर भी एक भी FIR नहीं लिखी गई है, इसका ताज्जुब होता है।
यह भी सुनते हैं कि बंदी बनी हुई हैं। पुलिस दबाव में आ जाती है। वह किसके दबाव में आ जाती है? इस घिनौनी हरकत के लिए किसका संरक्षण मिला हुआ है ? भीलवाड़ा के मांडलगढ़-जाहजपुर में सुनते हैं नेशनल हाईवे पर इस तरह की हरकतें होती हैं। फेक आधार कार्ड बना दिए गए हैं। कोई ईमानदार पुलिसवाला एक्शन लेता है और आरोपियों को पकड़ भी लेता है, तो फेक आधार कार्ड लेकर अपने आप को बच्चियों का मां-बाप दिखाने के लिए आ जाते हैं।
8 से 18 साल तक की बेटियों को बेचा जा रहा
राज्यवर्द्धन राठौड़ बोले- इस मामले में लोग चुप बैठे हुए हैं, लेकिन प्रशासन और सरकार चला रहे राजनेता चुप क्यों हैं। स्टाम्प पेपर पर गोदनामा हो जाता है। ये किस तरह का गोदनामा है., जिसके जरिए 8 साल से 18 साल तक की बेटियों को वहां पर बेचा जा रहा है। किसी आदमी ने गलती से उधार ले लिया, तो उस पर पैसा नहीं चुका पाने पर जुर्माना लगाया जाता है। एक गैर सरकारी संस्था वहां आकर लोगों पर जुर्माना लगाती है। जुर्माना नहीं भर पाते, तो एजेंट उनके पास आ जाते हैं, जो गोदनामा बनवाकर बच्चियों की खरीद फरोख्त करवाते हैं।
छोटी लड़कियों को हार्मोन्स के इंजेक्शन लगाकर बड़ा कर रहे, पोक्सो एक्ट लगना चाहिए
राठौड़ ने कहा- जब 8-10 साल की छोटी लड़कियों को बेचा जाता है तो उन्हें हार्मोन्स के इंजेक्शन लगाए जाते हैं, ताकि वो जल्दी से बड़ी हो जाएं। क्या वो जानवर हैं, जानवर की तरह उन्हें पेश किया जा रहा है। सरकार चुप बैठी है ऐसा नहीं है कि उसे पता नहीं है। इस पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। पोस्को एक्ट लगाना चाहिए और प्रशासन को आगाह कर देना चाहिए कि इस तरह की हरकत तुरंत बंद होनी चाहिए।
रोजाना 14 बच्चे मिसिंग, एक महीने में 400 लड़कियां होती हैं गुम
राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने कहा- राजस्थान में अपहरण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। औसत तौर पर रोजाना 14 बच्चे मिसिंग होते हैं। एक महीने में 400 लड़कियां राजस्थान में गुम हो जाती हैं। पूरे देश के आंकड़ों में राजस्थान का नाम बहुत ऊपर हो रहा है। रेप में राजस्थान का नम्बर सबसे ऊपर है। बेटियां गायब हो रही हैं उसमें भी राजस्थान का नम्बर और प्रतिशत बढ़ता जा रहा है। ये हरकत कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।
गहलोत कहते हैं मुझे शर्म आ रही..जिसके पास राजस्थान पुलिस हो,वो लाचार क्यों ?
राठौड़ ने कहा CM गहलोत जब अस्पताल जाते हैं, तो कहते हैं कि मुझे शर्म आ रही है किस तरह की गंदगी के हालात हैं। वो कहते हैं कि सड़कें खराब हैं मुझे शर्मा आ रही है। जनता के लिए लाचार और सत्ता हासिल करने के लिए षड़यंत्र और शातिरता दिखावा है। क्योंकि राजनीतिक इच्छा शक्ति नहीं है। जिसके पास राजस्थान की पुलिस हो, वो लाचार क्यों हा रहा है। सरकार के लिए यह कह देना कितना आसान है कि कोई FIR नहीं है। क्या सरकार को इस बात का पता नहीं है कि वहां डर के कारण FIR दर्ज नहीं हो रही है। सरकार आंख बंद करके बैठी हुई है,उसके लिए मसला बहुत आसान हो गया। क्या सरकार अंधी है या देखती नहीं है कि जनता किस तरह पिस रही है। इस मुद्दे को हर तरफ उठाया जा रहा है। मीडिया के माध्यम से यह बात बड़ी होनी चाहिए। मुझे दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस करने के लिए कहा गया था, लेकिन मैं यहां पर मौजूद हूं।
छोटी मासूम बेटी आपकी तरफ देख रही
राठौड़ बोले- इस मामले में गहराई तक जाने की जरूरत है। छोटी मासूम बेटी आप सबकी तरफ देख रही है। वो नहीं समझती कानून क्या है। वो समझती है कि मेरी रक्षा कौन करेगा। इसलिए सामाजिक तौर पर जो बड़े हो गए हैं। जिनमें बड़े होने का खोखलापन है। वो अपना अंधा कानून चला रहे हैं। ऐसे कैसे अंधा कानून चला सकते हैं? यहां संविधान है कि नहीं है ? उस बेटी के लिए राज्य सरकार को सामाजिक तौर, पॉलिटिकली और कानून को मिलाकर काम करने की जरूरत है। अगर मुद्दा बड़ा है तो इसका समाधान करने की जरूरत सरकार के पाले में है। राठौड़ ने 2005 का स्टाम्प होने पर मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए कहा- ये पूरी तरह जनता के हित की बात हो रही है। जहां भी गलती हुई है उसे ठीक करने की जरूरत है। इसमें इफ एंड बट की बात नहीं है। चाहे नया कानून लाना पड़े। ये समस्या हल होनी चाहिए।