करनाल:-हरियाणा में बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि BJP ने पूंजीपतियों, जातिवाद, संप्रदाय की राजनीति की है। अबकी बार लगता है कि भाजपा दोबारा सत्ता में आसानी से वापस नहीं आने वाली। बशर्ते इस बार यह चुनाव नीट एंड क्लियर होता है। भाजपा EVM में गड़बड़ी नहीं करती है तो इन चुनावों में न तो भाजपा की नाटकबाजी चलने वाली है और न ही जुमलेबाजी।
मायावती करनाल लोकसभा सीट से बसपा उम्मीदवार सरदार इंद्रजीत सिंह के पक्ष में रैली करने पहुंची थीं। मायावती ने कहा कि आजादी के बाद से ही देश का अधिकतर शासनकाल कांग्रेस के हाथों में रहा है। इन्होंने न तो दलित वर्ग, न ही आदिवासी, न पिछड़ा वर्ग और न ही अन्य वर्गों के लिए काम किया। अब कांग्रेस को देश से बाहर करने का समय आ चुका है।
BSP किसी विरोधी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ रही। पार्टी ने अकेले ही सभी लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। BSP गरीबों, मजदूरों और आदिवासियों की आवाज उठा रही है। जिस तरह की भीड़ आज एकत्रित हुई है, उससे लग रहा है कि अबकी बार करनाल से भी BSP को जिताकर लोग संसद में भेजने का काम करेंगे।
कहा- BJP ने वादों का चौथा हिस्सा भी पूरा नहीं किया
मायवती ने कहा कि देश व प्रदेश की जनता समझ चुकी है कि BJP ने देश के मुख्य मुद्दों को नहीं उठाया। हवा हवाई बातें की गई। जो वादे भाजपा ने किए थे, उसमें से एक चौथाई हिस्सा भी पूरा नहीं किया। इन लोगों ने बड़े-बड़े पूंजीपतियों के घर भरे और उन्हें बचाने में लगे रहे।
पिछले दिनों इलेक्टोरल बॉन्ड का मामला कोर्ट में उठा और अखबारों की सुर्खियों में भी आया। बसपा को छोड़कर, कांग्रेस, BJP व अन्य पार्टियों ने देश के बड़े-बड़े पूंजीपतियों से बॉन्ड के जरिए मोटा गोलमाल किया। बसपा एक ऐसी पार्टी है, जो किसी धन्नासेठ से पैसे नहीं लेती।
हमारी पार्टी ने हमेशा किसानों और मजदूर वर्ग के हितों की आवाज उठाई है और बिना किसी भेदभाव के काम किया। लेकिन कांग्रेस और BJP ने जातिवादी, संप्रदाय व धर्म की राजनीति की है। इतना ही नहीं, दलित, गरीब, SC/ST वर्ग की नौकरियों का कोटा आज तक नहीं भरा गया। अल्पसंख्यक समाज के लोगों की हालत भी ठीक नहीं है।
गरीबी-महंगाई काफी बढ़ी
मायवती ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से केंद्र व अधिकांश राज्यों में BJP-RSS का खुद का विकास काफी हद तक कम हो गया। देश की अर्थव्यवस्था पर भी काफी प्रभाव पड़ा है। गरीब और मध्यम वर्ग भी काफी हद तक परेशान हैं। पूरे देश में गरीबी और महंगाई काफी हद तक बढ़ती जा रही है। भ्रष्टाचार भी कम नहीं हुआ। ऐसे में आने वाले लोकसभा चुनावों में BJP-कांग्रेस को देश की सत्ता में आने से रोकना है।
विरोधी पार्टियां आज साम, दाम, दंड, भेद अपनाकर सत्ता में आने की कोशिश कर रही हैं। राजनीतिक पार्टियां बड़े पैमाने पर अपनी हवा दिखाने के लिए मीडिया, ओपिनियन पोल व सर्वे का इस्तेमाल कर रहे हैं। इनसे हमें गुमराह नहीं होना। इनके हवा हवाई व प्रलोभन भरे घोषणा पत्रों में भी नहीं आना है, क्योंकि चुनाव के बाद कुछ नहीं होने वाला।
हमारी पार्टी कभी घोषणा पत्र जारी नहीं करती। हमने काम करने में विश्वास किया है। यदि केंद्र में अपनी सरकार चलाने का मौका मिलता है तो हम हवा हवाई बातें नहीं करेंगे, बल्कि उत्तर प्रदेश की तरह ही कार्य करके दिखाएंगे।