प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विपक्षी एकता करने वालों पर भाजपा के कार्यकर्ताओं को गुस्सा करने की जरूरत नहीं है उन पर दया कीजिए। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगी। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि विपक्ष आम लोगों को गुमराह करने के लिए एकता के सूत्र में बनने की बात कर रहा है जबकि सभी विपक्षी दलों पर 20 लाख करोड़ का घोटाले की गारंटी देने का काम किया है।
पीएम मोदी मंगलवार को मेरा बूथ सबसे मजबूत संवाद कार्यक्रम में पीएम मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को सलाह देते हुए कहा कि वे प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों, पीएम किसान सम्मान निधि और मात्र ₹ 220 में यूरिया खाद का कट्टा किसानों उपलब्ध कराने की बात को लेकर के कार्यकर्ता जाएं और उसका प्रचार प्रसार करें।
पीएम मोदी ने भाजपा के बूथ कार्यकर्ताओं से स्पष्ट तौर पर कहा कि भाजपा तुष्टीकरण नहीं करेगी बल्कि संतुष्टिकरण का काम करेगी। उन्होंने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना को आम लोगों तक ले जाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को अब आगे आना पड़ेगा और यह बताना पड़ेगा कि हम किस प्रकार से लोगों को संतुष्ट कर रहे हैं ।
पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव में कमल उम्मीदवार होगा और कमल ही समस्याओं का समाधान बने इसके लिए भाजपा बूथ कार्यकर्ताओं को मेहनत करनी पड़ेगी और लोगों को यह बताना पड़ेगा कि कमल उसके लिए कैसे समाधान कर सकता है। अद्भुत कार्यकर्ताओं को कमल को अपने सीने पर लगा कर चलना होगा और आम लोगों को भाजपा की कल्याणकारी योजनाओं से अवगत करा कर अपना पक्ष मजबूती के साथ रखकर आगे बढ़ना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज मेरी विदेश यात्रा की थकान आप लोगों के विचार कर पूरी तरह उतर गई है और आप जिस जोश से मेरा अभिवादन कर रहे हैं उससे लग रहा है कि भाजपा का कार्यकर्ता चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है।
पीएम मोदी से उत्तरप्रदेश की भाजपा कार्यकर्ता रानी चौरसिया ने सवाल करते हुए पूछा- तीन तलाक और यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर मुस्लिम भाई-बहनों का भ्रम कैसे दूर करें? इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि आज हम देख रहे हैं इस पर पीएम मोदीकहा कि तीन तलाक से इस्लाम का कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि इसकी वकालत करने वाले वोट बैंक के भूखे हैं । सुप्रीम कोर्ट कह रहा है कि देश में कॉमन सिविल कोड लाया जाए लेकिन वोटों की राजनीति करने वाले मुस्लिम को गुमराह करने में लगे हुए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि’तीन तलाक का इस्लाम से संबंध होता तो दुनिया के मुस्लिम बहुल्य देश इसे खत्म नहीं करते। मिस्र में 90 प्रतिशत से ज्यादा सुन्नी मुस्लिम हैं। आज से 80-90 साल पहले वहां तीन तलाक की प्रथा समाप्त हो चुकी है। अगर तीन तलाक इस्लाम का जरूरी अंग है, तो पाकिस्तान, इंडोनेशिया, कतर, जॉर्डन, सीरिया, बांग्लादेश में क्यों नहीं है। मुस्लिम बेटियों पर तीन तलाक का फंदा लटकाकर कुछ लोग उन पर हमेशा अत्याचार करने की खुली छूट चाहते हैं। इसीलिए मेरी मुस्लिम बहनें, बेटियां भाजपा और मोदी के साथ खड़ी हैं।’