नई दिल्ली :-Wrestlers Protest WFI मामला बेहद गरम होता जा रहा है। जनता और राजनीतिक पार्टियों की नजर हर एक पल की घटना पर लगी हुई है। WFI अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह अपने पद से इस्तीफा देंगे या नहीं। पहलवानों की हार होगी या जीत। आम जनता के बीच यह सवाल चर्चा का विषय बन गए हैं। IOA की कार्यकारी परिषद की आपात बैठक में क्या फैसला होता है, सबको उसका भी इंतजार है।
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) का मामला और अधिक गरम होता जा रहा है। एक तरफ गरम तेवर दिखा रहा है तो दूसरी तरफ महिला महिला पहलवानों की बेबसी दिख रही है। वो सीधे लड़ाई लड़ने से कतरा रही हैं। जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन जारी है। पहलवानों के साथ-साथ देश के अन्य खेल से जुड़े खिलाड़ियों का भी समर्थन में आ रहे हैं। कई खिलाड़ियों ने नेशनल चैंपियनशिप का बायकॉट कर दिया है और जंतर मंतर के लिए रवाना हो गए हैं। पहलवान विनेश फोगाट ने कहाकि, हम सभी मुद्दे रख रहे हैं। ये सिर्फ कुश्ती की बात होती तो क्या पता एक घंटे की बैठक में समाधान हो जाता। ये एक लड़की का नहीं बहुत सारी लड़कियों का मामला है। हम खुलेतौर पर एक-एक का खुलासा नहीं कर सकते, इस तरह से उनके जीवन और परिवारों को खतरा होगा।
IOA की कार्यकारी परिषद की आपात बैठक
पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, रवि दहिया और दीपक पुनिया से मिले पत्र पर चर्चा और निर्णय लेने के लिए आज शाम 5.45 बजे IOA की कार्यकारी परिषद की आपात बैठक होगी।
हम बृजभूषण के सामने आने का कर रहे हैं इंतजार
मशहूर पहलवान बजरंग पूनिया ने कहाकि, हम क़ानून का सहारा लेकर चलेंगे। अध्यक्ष जी ने कहा है कि, उनके ख़िलाफ़ एक भी सबूत होगा तो वह फांसी लगा लेंगे, उम्मीद करते हैं कि यह भी बहुत जल्द होगा…हम बृजभूषण शरण सिंह के सामने आने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन वह भाग रहे हैं। हम सब लोग अपना करियर दांव पर लगाकर आए हैं।
जाति का रंग दे, प्रदर्शन में सारे खिलाड़ी हैं
बजरंग पूनिया ने आगे कहाकि, प्रधानमंत्री ने हमेशा खिलाड़ियों का मान, सम्मान और साथ दिया है। हम प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और खेल मंत्री से निवेदन करेंगे कि, इस मामले में जल्द से जल्द हमारी मांगों को सुना जाए। WFI के अध्यक्ष ने इसमें राजनीतिक, जाति आदि मोड़ दिया है। प्रदर्शन में सारे खिलाड़ी हैं।
हमारी लड़ाई संघ से है राजनीतिक पार्टी से नहीं
रेसलर बजरंग पूनिया ने कहाकि, हमने अपनी मांगें सरकार के सामने रख दी हैं और उन्होंने आश्वासन दिया है कि सारी मांगें पूरी हो जाएंगी। हमारी लड़ाई किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं बल्कि हमारी लड़ाई संघ से है। हमें नहीं लगता कि इस मामले में इतना समय लगना चाहिए।