2023 में कार खरीदना होगा महंगा:मारुति-टाटा के बाद फॉक्सवैगन और होंडा भी बढ़ाएंगी कारों के दाम, जनवरी से लागू होंगी नई कीमतें

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फॉक्सवैगन और होंडा ने भी अपनी कारों के दाम बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। नई कीमतें सभी मॉडल रेंज पर जनवरी 2023 से लागू हो जाएंगी। दोनों कंपनियों ने इसकी वजह बढ़ती लागत को बताया है। बता दें कि भारतीय पैसेंजर कार बाजार की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी, हुंडई, टाटा मोटर्स, मर्सीडीज, ऑडी, रेनो, किया इंडिया और एमजी मोटर पहले ही अपनी कारों की कीमतें जनवरी से बढ़ाने का ऐलान कर चुकी हैं।

फॉक्सवैगन ने कमोडिटी की बढ़ती कीमत और आगामी नियामक परिवर्तनों को इसकी वजह बताया है। इस जर्मन कंपनी के स्पेशल एडिशन व्हीकल्स को छोड़कर छह मॉडल ग्लोबल मार्केट में मौजूद हैं। इसके लाइन-अप में पोलो, वेंटो, टाइगुन, टिगुआन और नई सेडान वर्टस शामिल हैं। हालांकि पोलो भारतीय बाजार से डिस्कंटीन्यू कर दी गई है। फॉक्सवैगन के पास वर्तमान में भारत के 117 शहरों में 157 बिक्री टच-प्वाइंट का नेटवर्क है।

होंडा ने बढ़ाई कीमतें
वहीं जापानी कार निर्माता होंडा ने अपने सभी मॉडल्स की कीमतों में तीस हजार रुपए तक बढ़ाने का ऐलान किया है। वाहन निर्माताओं का कहना है कि वह बढ़ती लागत के कारण हो रहे घाटे को कम करने और आगामी एमीशन नार्म्स को ध्यान में रखते हुए वाहनों को तैयार करने के लिए कीमतों में वृद्धि करने की योजना बना रहा है।

होंडा कार्स इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट (सेल्स एंड मार्केटिंग) कुणाल बहल ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि कच्चे माल की लागत में लगातार हो रही बढ़ोतरी और आने वाली रेगुलेटरी जरूरतों का आंकलन करने के बाद हमें 23 जनवरी से अपने प्रोडक्ट्स के प्राइस रिवीजन से गुजरना होगा। वेतन वृद्धि तीस हजार रुपये तक की सीमा में होगी और हर मॉडल पर अलग-अलग होगी।

कंपनियां क्यों बढ़ा रही कीमतें
निर्माता कंपनियां कार बनाने में आने वाली लागत में इजाफा होने के कारण मूल्यवृद्धि कर रही हैं। वहीं 1 अप्रैल 2023 से लागू होने वाले एमिशन नॉर्म्स के अनुरूप कार बनाने के कारण इन्फ्लेशन और रेगुलेटरी रिक्वायरमेंट्स का कॉस्ट प्रेशर बढ़ रहा है, जिसके चलते कीमतें बढ़ाई जा रही हैं। हालांकि होंडा के अलावा किसी भी कंपनी ने प्राइस रिवील नहीं किए हैं।

बैटरी महंगी होने से बढ़ेंगी EV की कीमतें
टाटा मोटर्स के पैसेंजर और इलेक्ट्रिक व्हीकल के मैनेजिंग डायरेक्टर शैलेश चंद्रा ने एक इंटरव्यू में कहा था बैटरी की कीमतें बढ़ी हैं, लेकिन अभी तक इसका बोझ मार्केट पर नहीं डाला गया है। उन्होंने कहा कि जहां तक कमोडिटी प्राइसेस की बात है, तो उसके प्रभाव के आधार पर हम प्राइस इंक्रीज करने के लिए मूल्यांकन कर रहे हैं। चंद्रा ने कहा कि बैटरी की कीमतों और नए नियमों का असर EV साइड पर भी पड़ा है।

टू-व्हीलर्स के भी बढ़ेंगे दाम
वाहनों की कीमतों में वृद्धि चार पहिया वाहनों तक ही सीमित नहीं है। देश की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी टीवीएस मोटोकॉर्प ने भी जनवरी से कीमत की घोषणा की है।

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