राजस्थान के एक प्रमुख कोचिंग संस्थान उत्कर्ष क्लासेज में छात्र-छात्राओं के बेहोश होने की घटना को लेकर NSUI ने सरकार और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
NSUI के प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़ सोमानी अस्पताल के बाहर धरना दे रहे छात्रों के बीच पहुंचे और प्रशासन पर कोचिंग संस्थानों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि घटना के तीन घंटे बीतने के बावजूद सरकार का कोई भी प्रतिनिधि छात्रों से मिलने नहीं पहुंचा है, जो सरकारी उदासीनता और असंवेदनशीलता को दर्शाता है।
NSUI की प्रमुख मांगें:
- घटना की उच्चस्तरीय जांच की जाए।
- कोचिंग संस्थानों की जवाबदेही तय हो और सभी कोचिंग संस्थानों की जांच हो।
- छात्र-छात्राओं को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाए।
- पुलिस द्वारा छात्रों के साथ किए गए दुर्व्यवहार पर कार्रवाई हो।
- सरकारी प्रतिनिधियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।
- कोचिंग नियमन कानून तत्काल लागू किया जाए।
विनोद जाखड़ ने कहा कि जब तक इन मांगों को पूरा नहीं किया जाता, NSUI का संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि NSUI छात्रों के साथ खड़ी है और हरसंभव मदद के लिए प्रतिबद्ध है।
इस घटना ने कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले लाखों छात्रों की सुरक्षा और प्रशासनिक जिम्मेदारी को लेकर एक बार फिर गंभीर बहस छेड़ दी है।