लैंड फॉर जॉब्स केस में CBI की रेड:आरा-पटना में लालू की करीबी RJD विधायक किरण देवी के घर पर छापा;नोएडा,दिल्ली और गुरुग्राम में भी कार्रवाई

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भोजपुर:-लैंड फॉर जॉब्स केस में देशभर के 9 ठिकानों पर CBI ने रेड मारी है। लालू यादव के करीबी RJD विधायक किरण देवी के ठिकानों पर मंगलवार को छापेमारी की। उनके आरा और पटना में एक साथ टीम ने कार्रवाई की है। आरा में अंगियांव स्थित उनके आवास पर करीब 6 बजे CBI की 8 सदस्यीय टीम पहुंची। टीम की सुरक्षा के लिए एक बस भर के CRPF जवान पहुंचे। किरण देवी बड़े बालू कारोबारी अरुण यादव की पत्नी हैं। किरण देवी आरा के संदेश से विधायक हैं।

इसके साथ ही नोएडा, दिल्ली और गुरुग्राम में RJD से राज्यसभा सांसद प्रेम चंद गुप्ता से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।

अपडेट्स

  • सुशील मोदी ने कहा कि उस वक्त लालू यादव का नारा ही था तुम मुझे जमीन दो मैं तुम्हें नौकरी दूंगा।
  • नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि जो गलत है उस पर एक्शन होता है। इसमें क्या गलत है।

आपको बता दें कि किरण देवी पहली बार विधायक बनी हैं। वह RJD के पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अरुण यादव की पत्नी हैं। जिन्हें पिछले चुनाव में पहली बार RJD ने टिकट दिया था। अंगियांव में अरुण यादव का आलीशान बंगला है, जहां CBI की टीम पहुंची है।

7 डील में जानिए लैंड फॉर जॉब डील का पूरा खेल

डील 1:CBI ने अपनी शुरुआती जांच में पाया कि 6 फरवरी 2008 को पटना के किशुन देव राय ने अपनी जमीन काफी कम कीमत पर राबड़ी देवी के नाम कर दी। यानी 3,375 वर्ग फीट जमीन सिर्फ 3.75 लाख रुपए में राबड़ी देवी काे बेच दी। साथ ही इसी साल परिवार के 3 मेंबर्स राज कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार और अजय कुमार को मध्य रेलवे मुंबई में ग्रुप डी के पद पर नौकरी मिल गई।

डील 2:फरवरी 2008 में पटना के महुआबाग के संजय राय ने भी सिर्फ 3.75 लाख रुपए में 3,375 वर्ग फीट जमीन राबड़ी देवी को बेच दी। CBI ने अपनी जांच में पाया कि संजय राय के अलावा परिवार के 2 अन्य मेंबर्स को रेलवे में नौकरी मिल गई।

डील 3: पटना की रहने वाली किरण देवी ने नवंबर 2007 में सिर्फ 3.70 लाख रुपए में अपनी 80,905 वर्ग फीट जमीन लालू यादव की बेटी मीसा भारती को बेच दी। इसके बाद 2008 में सेंट्रल रेलवे मुंबई में किरण देवी के बेटे अभिषेक कुमार को नौकरी मिल गई।

डील 4: फरवरी 2007 में पटना निवासी हजारी राय ने अपनी 9,527 स्क्वायर फीट जमीन दिल्ली की कंपनी एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को 10.83 लाख रुपए में बेच दी। बाद में हजारी राय के 2 भतीजों दिलचंद कुमार और प्रेम चंद कुमार को वेस्ट-सेंट्रल रेलवे जबलपुर और साउथ-ईस्टर्न रेलवे कोलकाता में नौकरी मिल गई।

CBI ने पाया कि एके इंफोसिस्टम के सभी अधिकार और संपत्ति साल 2014 में लालू प्रसाद यादव की बेटी और पत्नी को दे दिए गए थे। राबड़ी देवी ने 2014 में कंपनी के ज्यादातर शेयर खरीद लिए और बाद में कंपनी की डायरेक्टर बन गईं।

डील 5: पटना निवासी लाल बाबू राय ने मई 2015 में मात्र 13 लाख रुपए में अपनी 1,360 वर्ग फीट की जमीन राबड़ी देवी के नाम कर दी। CBI ने जांच की तो पता चला कि लाल बाबू राय के बेटे लाल चंद कुमार को 2006 में नॉर्थ-वेस्टर्न रेलवे जयपुर में नौकरी मिली थी।

डील 6: बृज नंदन राय ने मार्च 2008 में अपनी 3,375 वर्ग फुट जमीन गोपालगंज निवासी हृदयानंद चौधरी को 4.21 लाख रुपए में बेच दी। हृदयानंद चौधरी को साल 2005 में ईस्ट-सेंट्रल रेलवे हाजीपुर में नौकरी मिल गई। 2014 में हृदयानंद चौधरी ने गिफ्ट डीड के जरिए इस जमीन को लालू प्रसाद यादव की बेटी हेमा को ट्रांसफर कर दिया।

CBI ने जांच की तो पाया कि हृदयानंद चौधरी और लालू प्रसाद यादव दूर के भी रिश्तेदार नहीं हैं। साथ ही जिस जमीन को गिफ्ट के रूप में दिया गया, उस वक्त सर्कल रेट के अनुसार उसका मूल्य 62 लाख रुपए था।

डील 7: विशुन देव राय ने मार्च 2008 में अपनी 3,375 वर्ग फीट की जमीन सीवान निवासी ललन चौधरी को दे दी। ललन के पोते पिंटू कुमार की साल 2008 में वेस्टर्न रेलवे मुंबई में नौकरी लग गई। इसके बाद ललन चौधरी ने फरवरी 2014 में इस जमीन को हेमा यादव को दे दिया।