कर्नाटक का चुनाव हारने के बाद अब भाजपा और प्रधानमंत्री के सामने एक नई चुनौती आ खड़ी हुई है। कहने को तो 30 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के 9 साल पूरे हो रहे हैं और पूरे देश में जश्न मनाने का माहौल तो अब नहीं रहा। लेकिन अभी प्रधानमंत्री की ओर से यह प्रयास किया जा रहा है कि उस दिन ऐसा कुछ किया जाए जिससे कि पूरे देश में उसकी चर्चा हो सके।
वर्ष 2021 से बन रहे सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट (नए संसद भवन ) का कामकाज पूरा कराने की योजना तैयार की गई है और प्रधानमंत्री मोदी उसी दिन इस भवन का उद्घाटन कर सकते हैं। अब तक ऐसे विशाल काम में राष्ट्रपति को शामिल किया जाता रहा है । लेकिन इस बार राष्ट्रपति की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करने की बात सामने आ रही है।
यह बात तो सही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रोजेक्ट को विशेष ध्यान देकर समय सीमा में तैयार करने का रिकॉर्ड तैयार किया है।
64 हजार500 वर्ग मीटर में बना नया संसद भवन 4 मंजिल का है । इसके तीन दरवाजे हैं इसमें पहला ज्ञान द्वार, दूसरा शक्ति द्वार और तीसरा कर्म द्वार नाम दिया है। सांसदों और अति विशिष्ट व्यक्तियों के लिए अलग से प्रवेश द्वार की व्यवस्था की गई है। यह भूकंप विरोधी भवन है । संसद भवन में संविधान हॉल भी तैयार किया गया है। इसमें संविधान की मूल प्रति रखी जाएगी इसके अलावा महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सुभाष चंद्र बोस के साथ ही प्रधानमंत्रियों की तस्वीर लगाई गई है।
उल्लेखनीय है कि 15 जनवरी 2021 से शुरू हुए इस कार्य को तेज गति से शुरू किया गया था। इसकी आधारशिला पीएम नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को रखी थी।