रायपुर:-छत्तीसगढ़ में भाजपा को बहुमत मिलने के बाद CM पद की रेस जारी है। चर्चा है कि आदिवासी कोटे से प्रदेश को मुख्यमंत्री मिल सकता है। इनमें रेणुका सिंह, विष्णुदेव साय और रामविचार नेताम का नाम टॉप पर है। रेणुका सिंह को CM बनाने के लिए तो उनके समर्थक हवन-पूजन तक कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि PM मोदी का महिला सशक्तिकरण पर फोकस है।
वहीं दूसरी ओर सांसद विजय बघेल को भी दिल्ली बुलाया गया है। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव पहले से ही पहुंच चुके हैं। वहां पार्टी ने चुनावी राज्यों की बैठक बुलाई है। बैठक में छत्तीसगढ़ के लिए पर्यवेक्षक का नाम तय किया जा सकता है। इसके बाद एक-दो दिन में विधायक दल की बैठक होगी।
रमन सिंह ने दी अफसरों को चेतावनी
सत्ता परिवर्तन की इस प्रक्रिया के बीच भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर प्रशासनिक अफसरों को चेतावनी दी है। उन्होंने लिखा है कि, कुछ सूत्रों से जानकारी मिली है कि प्रदेश के कुछ अधिकारी महत्वपूर्ण फाइलों को बैक डेट में स्वीकृत कर रहे हैं। ऐसे अधिकारियों को अनुचित कार्य से बचने की सलाह भी दी है।
मंत्रियों के बंगले खाली होना शुरू, नेम प्लेट उखाड़ी गई
राज्य में भाजपा बहुमत के साथ सरकार बना रही है। नई सरकार के आने से पहले ही कांग्रेस में पावरफुल मंत्रियों के बंगले खाली होना शुरू हो गए हैं। बंगले के बाहर लगी नेम प्लेट भी उखाड़ी जा रही है। मंगलवार को मंत्री मोहम्मद अकबर ने अपना बंगला खाली कर दिया है। वहीं रवींद्र चौबे ने अपने नाम के आगे पूर्व मंत्री लिखवा दिया है।
नेता प्रतिपक्ष की रेस में पांच नाम
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस इस बार विपक्ष की भूमिका निभाने वाली है। पार्टी में चर्चा है कि नेता प्रतिपक्ष कौन बनेगा। अब गिनती के अनुभवी चेहरे बचे हैं। रेस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष रहे डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मंत्री कवासी लखमा, पूर्व मंत्री उमेश पटेल और लखेश्वर बघेल शामिल हैं।
प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर लागू आचार संहिता 4 दिसंबर को खत्म हो गई। जिसके बाद प्रदेश में ट्रांसफर-पोस्टिंग का दौर शुरू हो गया है। रायपुर पश्चिम विधानसभा से जीते पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक राजेश मूणत ने कांग्रेस सरकार के करीबी रहे अफसरों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि वो अपने-अपने ट्रांसफर की तैयारी कर लें।
सीएम की रेस में चार नाम
बीजेपी की जीत के बाद नए सीएम के चेहरे को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कई अघोषित दावेदार भी सीएम पद को लेकर माहौल बना रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह, सांसद और प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के नाम आगे चल रहे हैं।
राज्यपाल को सौंपी गई निर्वाचित विधायकों की लिस्ट
प्रदेश के नव निर्वाचित विधायकों की लिस्ट मंगलवार को राज्यपाल को सौंप दी गई। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने दोपहर में राजभवन पहुंचकर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से भेंट की। यह राज्य की छठी विधानसभा गठन के निर्वाचित सदस्य होंगे।
बृजमोहन बोले- गुंडाराज नहीं चलेगा
रायपुर में पुलिस सोमवार को एक्शन मोड में दिखी। आचार संहिता खत्म होने के बाद रात 11 बज बैजनाथ पारा स्थित फेमस बिरयानी बाजार को बंद करवा दिया गया। साथ ही मौदहापारा और गोलबाजार समेत कई इलाकों में देर रात तक खुलने वाली दुकानों को बंद कराया गया। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि भाजपा सरकार में कानून का राज चलेगा, गुंडाराज नहीं।
मुख्यमंत्री सचिवालय में अफसरों को हटाया गया
वहीं प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ आधा दर्जन अफसरों को हटा दिया गया है। इसमें मुख्यमंत्री के 4 OSD और 2 निजी सचिव हैं। प्रदेश के महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा ने भूपेश बघेल के इस्तीफा देने के घंटे भर बाद ही राज्यपाल को अपना इस्तीफा भेज दिया था।