सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत:TMC बोली-संदेशखाली रेप मामला मनगढ़ंत;BJP नेता ने स्टिंग में कहा था- महिलाओं को उकसाया गया

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कोलकाता:-तृणमूल कांग्रेस ने संदेशखाली मामले को लेकर पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। TMC ने गुरुवार (9 मई) को अपनी शिकायत में कहा कि संदेशखाली में महिलाओं से रेप के आरोप मनगढ़ंत थे।

पार्टी सूत्रों ने बताया कि उनकी शिकायत एक स्टिंग वीडियो पर आधारित है। इसमें संदेशखाली में भाजपा मंडल अध्यक्ष गंगाधर कयाल ने दावा किया है कि सुवेंदु अधिकारी ने TMC नेताओं के खिलाफ रेप के झूठे आरोपों की साजिश रची थी।

TMC ने X पर 32 मिनट का स्टिंग वीडियो जारी किया था

TMC ने 4 मई को सोशल मीडिया पर एक स्टिंग वीडियो जारी किया था। इसमें गंगाधर कयाल ने दावा किया था कि भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी के कहने पर शाहजहां शेख सहित TMC के 3 नेताओं पर यौन उत्पीड़न के झूठे आरोप लगवाए गए थे।

भाजपा मंडल (बूथ) अध्यक्ष गंगाधर कायल ने स्टिंग वीडियो में बताया कि सुवेंदु ने कहा था कि TMC के मजबूत नेताओं को तब तक गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, जब तक कि उन्हें बलात्कार के झूठे आरोप में नहीं फंसाया जाएगा। उन्होंने संदेशखाली ​​​​​​की महिलाओं को उकसाने के लिए कहा था।

जिन महिलाओं के साथ बलात्कार नहीं हुआ, उन्हें पीड़ित के रूप में पेश किया गया। सुवेंदु ने संदेशखाली में एक घर में खुद बंदूकें रखी थीं, जिसे बाद में CBI ने जब्ती के रूप में दिखाया। हालांकि, दैनिक भास्कर स्टिंग वीडियो की पुष्टि नहीं करता।

BJP नेता ने कहा- AI से मेरा वीडियो बनाया गया
वीडियो को लेकर विवाद बढ़ने के बाद गंगाधर कायल ने अपनी सफाई दी थी। उन्होंने CBI डायरेक्टर को लेटर लिखकर कहा कि कथित स्टिंग वीडियो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बनाया गया है।

गंगाधर ने कहा- मुझे विलियम्स नाम के एक यूट्यूब चैनल से अपलोड किया गया एक वीडियो मिला है। इसमें AI की मदद से मेरे चेहरे और आवाज का इस्तेमाल किय गया है। ताकि संदेशखाली घटना के खिलाफ जनता को गुमराह किया जा सके।

ममता बोलीं- भाजपा ने संदेशखाली की कहानी लिखी थी
CM ममता बनर्जी ने स्टिंग वीडियो को लेकर 4 मई को कहा कि मैं काफी पहले से कह रही हूं कि संदेशखाली की पूरी घटना प्री-प्लान्ड थी। अब सच सामने आ गया है। ममता ने नादिया जिले के चकदह में एक चुनावी रैली में कहा कि भाजपा ने संदेशखाली की पूरी कहानी लिखी थी। उन्होंने सत्ता की चाह में हमारी मां-बहनों की इज्जत बेच दी।

अभिषेक बनर्जी बोले- शिकायत करने वाली महिला भी आरोपों से पीछे हटी
TMC के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा- संदेशखाली की घटना मनगढ़ंत है। आज यह वीडियो सिर्फ बंगाल ही नहीं, पूरे देश में सच को सामने लेकर आया है। जिस महिला (रेखा पात्रा) ने शिकायत की थी, उसने भी इस वीडियो में कहा है कि मेरे साथ कुछ नहीं हुआ, मुझे साइन करने को कहा गया तो मैंने कर दिया।

भाजपा ने बशीरहाट लोकसभा सीट (संदेशखाली इसी क्षेत्र के अंदर आता है) से रेखा पात्रा को अपना प्रत्याशी बनाया है। रेखा पात्रा संदेशखाली की उन महिलाओं में से एक हैं, जिन्होंने शाहजहां शेख और उसके करीबियों पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का आरोप लगाया था। बशीरहाट में 1 जून को आखिरी 7वें फेज में वोटिंग है।

गृह मंत्रालय ने आईबी की रिपोर्ट के आधार पर पश्चिम बंगाल के 6 उम्मीदवार को X और Y कैटेगरी की सुरक्षा दी है। इनमें बशीरहाट से उम्मीदवार रेखा पात्रा भी शामिल हैं। इनकी सुरक्षा में CISF के जवान तैनात हैं।

रेखा पात्रा और रायगंज से उम्मीदवार कार्तिक पॉल को Y कैटेगरी की सुरक्षा मिली है। झारग्राम से प्रनत टुडू, बहरामपुर से निर्मल साहा, जयनगर से अशोक कंडारी, मथुरापुर से अशोक पुरकैत को X कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है।

भाजपा बोली- मामले को दबाने के लिए ऐसा किया जा रहा
TMC के दावे पर पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा- ममता बनर्जी ने संदेशखाली में जो पाप किया है, उसे दबाने के लिए वे यह सब कर रही हैं। आप वीडियो पर विश्वास करेंगे या आपबीती सुना रहीं महिलाओं पर? ममता बनर्जी को वहां के लोगों से बात करनी चाहिए थी।

क्या है संदेशखाली मामला?

संदेशखाली में TMC नेता शेख शाहजहां और उसके दो साथियों शिबू हाजरा और उत्तम सरदार पर महिलाओं से गैंगरेप और लोगों की जमीन हड़पने का आरोप है। शाहजहां शेख TMC का डिस्ट्रिक्ट लेवल का नेता है। राशन घोटाले में ED ने 5 जनवरी को उसके घर पर रेड की थी।

तब शाहजहां के 200 से ज्यादा सपोर्टर्स ने टीम पर अटैक कर दिया। अफसरों को जान बचाकर भागना पड़ा था। इस मामले में 55 दिन फरार रहने के बाद बंगाल पुलिस ने उसे 29 फरवरी को गिरफ्तार किया था। शाहजहां शेख के अलावा शिबू हाजरा और उत्तम सरदार 13 मई तक कस्टडी में हैं।

कलकत्ता हाईकोर्ट ने 10 अप्रैल को संदेशखाली मामले की जांच CBI को सौंपी थी। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि CBI कोर्ट की निगरानी में जांच करेगी और रिपोर्ट सौंपेगी। CBI से जांच कराने के निर्देश के खिलाफ बंगाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है।

CBI ने संदेशखाली मामले में 25 अप्रैल को 5 आरोपियों के खिलाफ पहली FIR दर्ज की थी। 26 अप्रैल को एजेंसी ने संदेशखाली में कई जगहों पर सर्चिंग की थी। इस दौरान विदेशी पिस्टल समेत कई हथियार, बम और गोला-बारूद बरामद किया था।