जोधपुर:-संसदीय कार्य एवं विधि मंत्री जोगाराम पटेल ने कांग्रेस के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो लोग गोतस्करों के साथ खड़े रहते हैं, वे उन्हें यह सिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि प्रदेश में गोवंश की सुरक्षा नहीं हो रही है। पटेल ने कहा कि गोवंश के नाम पर राजनीति की जा रही है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार गायों की रक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है और भैरोसिंह शेखावत के समय बनाए गए कानून का हवाला देते हुए कहा कि राजस्थान में अब गायों को आवारा नहीं कहा जाएगा। “गौमाता हमारी माता है, और हम इसे वर्षों से कहते आ रहे हैं। हमारा प्रयास रहेगा कि गाय को माता का दर्जा मिले,” पटेल ने कहा।
मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट में गोतस्करों को मिली जमानत पर टिप्पणी करते हुए स्वीकार किया कि सरकारी अधिवक्ता की ओर से कुछ कमी रही। उन्होंने बताया कि सरकार जल्द ही रिव्यू पिटीशन दाखिल कर जमानत खारिज करवाने का प्रयास करेगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य में गोतस्करों को कोई छूट नहीं दी जाएगी और ऐसे मामलों की गंभीरता से जांच की जाएगी।
गौरतलब है कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में गोतस्कर को जमानत मिलने के बाद से सरकार विपक्ष के निशाने पर है, जो आरोप लगा रहा है कि गायों का संरक्षण करने वाले वकील प्रभावी नहीं रहे। इसी बीच, पटेल ने प्रदेशवासियों को दीपोत्सव की शुभकामनाएं भी दीं।
जोधपुर: गौ माता को आवारा नहीं कहे जाने पर जोर देते हुए संसदीय कार्य एवं विधि मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि इसके लिए नियम बनाए गए हैं और गायों के संरक्षण के लिए गोशालाओं को अनुदान बढ़ाया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार गायों के संरक्षण के प्रति प्रतिबद्ध है और इस दिशा में कानून भी बनाए जा रहे हैं।
पटेल ने पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत की सरकार पर आरोप लगाया कि उनके समय में गोशालाओं में अनुदान के नाम पर लाखों करोड़ों का घोटाला हुआ, जिसमें विशेष रूप से जैसलमेर और बाड़मेर में फर्जी गोशालाओं से संबंधित मामलों की जांच की जा रही है।
प्रदेश में उपचुनाव को लेकर गहलोत द्वारा जीत का दावा किए जाने पर पटेल ने कहा कि इस बयान को गंभीरता से लेने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि उनकी पार्टी की आंतरिक स्थिति भी देखने लायक है। उन्होंने विश्वास जताया कि बीजेपी सरकार के कार्यों के आधार पर उपचुनाव में जीत हासिल करेगी।