राजस्थान में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि जो भी विधायक सरकार के खिलाफ बोलता है, उसके पीछे एजेंसियों को लगा दिया जाता है। डोटासरा का दावा है कि किशनगढ़ से कांग्रेस विधायक विकास चौधरी ने हाल ही में विधानसभा में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को लेकर टिप्पणी की थी, जिसके बाद उनके एक करीबी के ठिकानों पर जीएसटी अधिकारियों की टीम पहुंच गई।
“यह परंपरा ठीक नहीं है”
डोटासरा ने कहा कि सरकार विपक्ष को डराने और दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, “मेरे पास 10-15 विधायक आए थे, मैंने अधिकारियों से भी बात की। इस तरह की परंपरा ठीक नहीं है। अगर विपक्ष को डराने की कोशिश की गई तो जनता इसका जवाब देगी।”
डोटासरा ने सरकार पर लगाए चार बड़े आरोप:
- “बजट के बाद देखिए, हम सरकार की क्या हालत बनाते हैं”
कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी डरने वाली नहीं है। “सरकार को विधानसभा में फोन टैपिंग और अन्य मामलों पर घेरेंगे। हमने कोई बेईमानी नहीं की, तो डर किस बात का? बजट सत्र के बाद देखिए, हम सरकार को किस तरह घेरते हैं।” - “सरकार अपने ही मंत्री के आरोपों का जवाब नहीं दे रही”
उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा खुद सरकार पर बजरी चोरी, फोन टैपिंग और भर्ती परीक्षाओं में अनियमितता के आरोप लगा रहे हैं, लेकिन सरकार कोई जवाब नहीं दे रही। “जब विपक्ष सवाल पूछता है तो उसे एजेंसियों के जरिए डराने की कोशिश की जाती है।” - “अंग्रेजों के जमाने में भी ऐसा नहीं हुआ”
डोटासरा का कहना है कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिए सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। “जो अंग्रेजों के शासन में नहीं हुआ, वह आज केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार कर रही है।” - “भाजपा लूट-खसोट और ऐशो-आराम की संस्कृति लेकर आई”
कांग्रेस नेता ने कहा कि विपक्ष जनता की आवाज उठाता है, लेकिन सरकार उसे दबाने में लगी है। “अगर विपक्ष सही तरीके से काम नहीं करेगा, तो सरकार तानाशाही पर उतर आएगी। भाजपा की सरकार ‘लूटो, खाओ और मौज उड़ाओ’ की संस्कृति लेकर आई है, जो राजस्थान के लिए घातक है।”
डोटासरा के इन आरोपों पर अभी तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।