कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का हनुमान बेनीवाल पर हमला,कहा-“बेनीवाल बहन-बेटियों को गाली देते हैं,यह बर्दाश्त नहीं करेंगे”

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कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शनिवार को खींवसर में एक चुनावी सभा के दौरान सांसद हनुमान बेनीवाल पर गंभीर आरोप लगाए। डोटासरा ने कहा कि बेनीवाल “बहन-बेटियों को गाली देते हैं” और पार्टी के किसी भी नेता या कार्यकर्ता के खिलाफ ऐसी भाषा का इस्तेमाल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि बेनीवाल को अपनी भाषा मर्यादित रखनी चाहिए, खासकर जब वह राजनीति में लंबे समय से हैं और कई बार विधायक और सांसद बन चुके हैं।

डोटासरा ने बेनीवाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे इस उपचुनाव में “अपने परिवार के लिए संघर्ष कर रहे हैं, न कि खींवसर की जनता के लिए।” उन्होंने यह भी साफ किया कि कांग्रेस ने कभी बेनीवाल से गठबंधन नहीं तोड़ा, बल्कि बेनीवाल ने खुद गठबंधन को तोड़ा है।

“हनुमान बेनीवाल, आप दूसरी बार के सांसद हैं। आप हमसे ज्यादा बार विधायक भी बने हैं। आप बीजेपी से समझौता करके भी बने हैं, निर्दलीय भी बने हैं, और हमारे सहयोग से आप सांसद बने। लेकिन इस बार आप जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह बिल्कुल अपमानजनक है,” डोटासरा ने कहा।

डोटासरा ने आरोप लगाया कि बेनीवाल ने कांग्रेस के नेताओं, जैसे अशोक गहलोत, सचिन पायलट, वसुंधरा राजे, और दिव्या मदेरणा के खिलाफ अनर्गल बातें की हैं। “गाली देकर कुछ समय के लिए ताली बजवाना आसान है, लेकिन यह संस्कार और संस्कृति नहीं है,” डोटासरा ने कहा। उन्होंने कहा कि बेनीवाल की अपमानजनक भाषा से उन्हें “खुद से शर्म आ गई” और उन्होंने अपील की कि बेनीवाल को अपने शब्दों में संयम रखना चाहिए।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने यह भी कहा कि बेनीवाल को अपनी पार्टी में किसी को भी टिकट देने का अधिकार है, लेकिन कांग्रेस की बहन-बेटियों के खिलाफ गालियां नहीं सहन की जाएंगी। “बेनीवाल की पार्टी में किसी को भी टिकट देने का अधिकार है, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ गलत भाषा नहीं चलेगी,” डोटासरा ने कहा।

डोटासरा ने यह भी याद दिलाया कि जब इंडिया गठबंधन में समझौता हुआ था, तो कांग्रेस ने बेनीवाल के लिए घर-घर जाकर वोट मांगे थे, लेकिन अब वह ही इस गठबंधन को तोड़ने का आरोप लगा रहे हैं। “हमने कभी गठबंधन नहीं तोड़ा, यह बेनीवाल ने खुद तोड़ा है,” डोटासरा ने कहा।

अंत में, डोटासरा ने यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस पंचायती राज और नगर निकाय चुनावों में किसी भी प्रकार के गठबंधन या समझौते में शामिल नहीं होगी। “हम पार्टी को आउटसोर्स नहीं करते। कांग्रेस के स्थानीय नेता जो इशारा करेंगे, उसी के अनुसार उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा,” उन्होंने कहा।

डोटासरा ने हंसी मजाक में यह भी कहा कि लक्ष्मणगढ़ में बेनीवाल के उम्मीदवार को नोटा से एक वोट कम मिला था और यदि यह साबित होता है, तो वह कान पकड़ने को तैयार हैं।