दिल्ली:-मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहा है विवाद अब समाप्त होने की ओर है। सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा की।
पायलट ने साक्षात्कार देते हुए कहा कि सामूहिक नेतृत्व में ही चुनाव में आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने मुझसे कहा कि भूलो, माफ करो और आगे बढ़ो। जो समय निकल गया वह आने वाला नहीं है, चुनौतियां हमारे सामने है। उनकी बात एक सुझाव भी है पार्टी के अध्यक्ष होने के नाते जो निर्देश दिए हैं उनकी मैं उस पर पूरी तरह विश्वास करता हूं।
पायलट ने कहा कि सीएम गहलोत मुझसे उम्र में बड़े हैं। उनको ज्यादा अनुभव है और उनके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है। जब मैं प्रदेश अध्यक्षता तो मैंने कोशिश की थी कि उन सबको साथ लेकर चलो। मुझे लगता है कि आज वे मुख्यमंत्री है तो यह कोशिश कर रहे हैं कि सबको साथ लेकर चलें। उन्होंने कहा कि अगर कुछ छोटा-मोटा इधर-उधर होगा वह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है।
सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस की यह परंपरा रही है कि चुनाव से पहले किसी का चेहरा घोषित नहीं किया जाता है। वर्ष 2018 में भी जब मैं प्रदेश अध्यक्ष था हम सब मिलकर चुनाव लड़े। इसके बाद में जो फैसला हुआ वह सबके सामने है। हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे चुनाव जीतने के बाद फैसला किया जाएगा किस को मौका दिया जाए। फिलहाल चुनाव जीतना सबसे महत्वपूर्ण है।
सचिन पायलट ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व जो भी मुझे जिम्मेदारी देगा उसे मैं निभाऊंगा।