जयपुर:-विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्तियों के मामले में राज्यपाल कलराज मिश्र अपने लोगों को नियुक्ति दिलाने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भेजे गए नामों से खुश नहीं है। नियुक्ति के मामले को लेकर फिलहाल मामला अटका हुआ है। यही कारण है कि सर्च कमेटी द्वारा तैयार पैनल में से अपने पसंदीदा लोगों को ही राज भवन नियुक्ति देना चाहते हैं। ऐसे में यह विवाद अब और बढ़ गया है। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर,गोविंद गुरु विश्वविद्यालय बांसवाड़ा दोनों के वीसी का कार्यकाल 20 जुलाई को और महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय बीकानेर का 28 जुलाई को कार्यकाल पूरा हो चुका है।इन तीनों विश्वविद्यालय में नए कुलपतियों के पैनल को मंजूरी राजभवन ने नहीं दी है, बल्कि अतिरिक्त चार्ज दे दिया है। जबकि सर्च कमेटी नेसुखाड़िया यूनिवर्सिटी उदयपुर के लिए प्रो. पीआर व्यास, उदयपुर, प्रो.कनिका शर्मा, उदयपुर, प्रो. मनोज दीक्षित लखनऊ, प्रो. सुनीता मिश्रा लखनऊ का पैनल तैयार किया है। गोविंद गुरू यूनिवर्सिटी बांसवाड़ा : प्रो. जगदीश प्रसाद जयपुर, प्रोफेसर अरविंद आचार्य वाराणसी, प्रोफेसर केशव सिंह ग्वालियर, प्रोफेसर एके नागावत जयपुर, प्रोफेसर श्रवण कुमार मीणा जोधपुर का पैनल तैयार किया है। गंगासिंह यूनिवर्सिटी बीकानेर :प्रोफेसर विनोद कुमार सिंह आगरा, प्रोफेसर जगदीश प्रसाद यादव अलवर, प्रोफेसर बीएस कांकरोलिया जोबनेर का पैनल तैयार किया है। परिस्थितियों बिल्कुल अलग है और अपने को नियुक्ति का मामला सामने आ रहा है।