जयपुर:-राजस्थान में छात्र संघ चुनाव के ऐलान से पहले ही सियासी घमासान शुरू हो गया है। छात्र संघ चुनाव के लिए शुल्क के बाद अब छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर कॉशन मनी के नाम पर करोड़ो के घोटाले का आरोप लगाया है। जिसको लेकर छात्र नेता शुभम रेवाड़ ने यूनिवर्सिटी कैंपस में ही अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
छात्र नेता शुभम रेवाड़ ने कहा कि हमने 18 जुलाई को यूनिवर्सिटी प्रशासन से एक एप्लीकेशन के माध्यम से ये पूछा था कि पिछले वर्षो में छात्रसंघ नहीं हुए उन वर्षो में छात्रसंघ चुनाव के नाम पर ली जा रही फीस का यूनिवर्सिटी प्रशासन ने क्या किया है। इसके साथ यूनीवर्सिटी में एडमिशन के वक्त ली जाने वाली कॉशन मनी अब तक कितने स्टूडेंट्स को उनकी डिग्री समाप्त होने पर वापस दी गई है।
लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशाशन द्वारा हमारे द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब अब तक नहीं दिए गए हैं। जिससे साफ जाहिर होता है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा छात्रों के पैसों का बड़ा घोटाला किया है। इसीलिए यूनिवर्सिटी इस पूरे मामले पर कुछ भी कहने से बच रही है।
शुभम रेवाड़ ने बताया कि छात्र संघ चुनाव बंद होने के बावजूद भी छात्र संघ चुनाव के नाम पर यूनिवर्सिटी प्रशाशन आम छात्रों से अवैध वसूली कर रहा है। जिसके खिलाफ मैंने न्यायलय में PIL दर्ज की है।
ऐसे में जब भी छात्रसंघ चुनाव नही हुए थे, तब-तब के रुपए स्टूडेंट्स को वापस किए जाए। कॉशन मनी के रुपए और पूरी जानकारी सार्वजनिक की जाए। इसके साथ ही इस बार भी छात्रसंघ चुनाव शुल्क आम छात्रों से वसूला गया हैं इसलिए छात्रसंघ चुनाव का आयोजन कराया जाए।
इन्हीं तीन मांग को लेकर आज मैं यूनिवर्सिटी कैंपस में ही अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू किया है। जब तक यूनिवर्सिटी प्रशासन मेरी इन मांगों को नहीं पूरा करेगा। मैं यहां से नहीं हटूंगा, चाहे इसके लिए मुझे अपनी जान ही क्यों ना देनी पड़े।
राजस्थान यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर आर एन शर्मा ने कहा कि आम छात्रों द्वारा बेवजह विवाद पैदा करने की कोशिश की जा रही है। यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले हर स्टूडेंट को कॉशन मनी दी जाती है। जिसका एक निर्धारित प्रक्रिया है।