जयपुर:-राजस्थान BJP के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष चंद्र प्रकाश (सीपी) जोशी ने सोमवार को चार्ज संभाल लिया है। चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी दिल्ली से अपने समर्थकों के साथ सोमवार सुबह 7 बजे सड़क मार्ग से जयपुर के लिए रवाना हुए थे। इस दौरान शाहजहांपुर बॉर्डर पर उनका बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
नीमराणा, बहरोड, कोटपूतली विराट नगर,पावटा, शाहपुरा, चंदवाजी, आमेर और जयपुर शहर में स्थित खोले के हनुमान जी, ट्रांसपोर्ट नगर चौराहा, धर्मसिंह सर्किल, त्रिमूर्ति सर्किल, स्टेच्यू सर्किल पर स्वागत कार्यक्रम में शामिल होने के बाद जोशी बीजेपी मुख्यालय पहुंचे। जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर सीपी जोशी की गाड़ी चला रहे थे।
जोशी ने बीजेपी मुख्यालय में पहले पूजा-अर्चना की फिर पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया से पदभार ग्रहण किया। इस दौरान पार्टी के राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। प्रमुख नेताओं में अरुण चतुर्वेदी, ओम माथुर, महेश शर्मा, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, बारां-झालावाड़ सांसद दुष्यंत सिंह, मनोज राजोरिया, सह प्रभारी विजया रहाटकर शामिल रहे। ताजपोशी में आला नेताओं के साथ प्रदेश भर के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उपस्थिति दर्ज कराई।
पोस्टर से गायब हुए सतीश पूनिया
राजस्थान बीजेपी मुख्यालय के बाहर लगे पोस्टर से अब सतीश पूनिया की फोटो हट गई है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पोस्टर में अब भी बरकरार हैं। सीपी जोशी की ताजपोशी से पहले ही बीजेपी मुख्यालय के बाहर नए पोस्टर लगाए गए हैं। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ राजस्थान बीजेपी के नवनियुक्त अध्यक्ष सीपी जोशी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को जगह दी गई है। इसको लेकर सियासी हलकों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
राजस्थान में सतीश पूनिया के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी मुख्यालय पर लगे होर्डिंग्स से वसुंधरा राजे की तस्वीर को हटा दिया गया था। इस साल जनवरी में जब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के राजस्थान दौरे पर आए। तब एक बार फिर वसुंधरा राजे की तस्वीर को बीजेपी मुख्यालय में लगे होर्डिंग्स में शामिल किया गया था। उस वक्त से ही राजस्थान की राजनीति में बदलाव की चर्चाएं शुरू हो गई थीं। पिछले 3 साल से बीजेपी मुख्यालय पर लगे होर्डिंग्स में बरकरार रहने वाले सतीश पूनिया की तस्वीर को हटा दिया गया है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता को चुनाव हराया
सीपी जोशी चित्तौड़गढ़ से दो बार लोकसभा पहुंचे हैं। वह पहले 2014 में फिर 2019 में इस सीट से चुनाव जीते। 2014 के आम चुनाव में उन्होंने कांग्रेसी की सीनियर नेता गिरिजा व्यास को हराया था। जोशी भाजपा के यूथ विंग, भाजयुमो के स्टेट प्रेसिडेंट रहे हैं। वह बीजेपी राजस्थान के 15वें अध्यक्ष और 7वें ब्राह्मण अध्यक्ष बने हैं। इससे पहले हरिशंकर भाभड़ा, भंवरलाल शर्मा, ललित किशोर चतुर्वेदी, महेश चंद्र शर्मा, रघुवीर सिंह कौशल और अरुण चतुर्वेदी ब्राह्मण प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं। अध्यक्ष बदलने के बाद भाजपा के सामने अब नई प्रदेश कार्यकारिणी का गठन एक चुनौती होगी।
कटारिया की कमी को दूर करेंगे सीपी
सीपी जोशी को प्रदेशाध्यक्ष बनाकर बीजेपी ने मेवाड़ को साधने की कोशिश की है। मेवाड़ में ब्राह्मण और वैश्य बीजेपी का बड़ा वोट बैंक है। उदयपुर से विधायक रहे गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाए जाने के बाद मेवाड़ में बीजेपी के पास कोई प्रभावी नेता नहीं रह गया था।
ऐसे में जोशी को नई जिम्मेदारी देकर बीजेपी ने इस बेल्ट में खुद को मजबूत बनाने का प्रयास किया है। उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ और बांसवाड़ा जिलों में ब्राह्मण और वैश्य वर्ग का खासा वोट बैंक है।
42 में से 22 साल ब्राह्मण अध्यक्ष
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष बनाए गए सीपी जोशी ने रविवार को जयपुर में हुई विप्र महापंचायत में हिस्सा लिया था। उन्होंने महापंचायत में सनातन की रक्षा के साथ समाज हित में काम करने और समाज के नेताओं की बेवजह आलोचना नहीं करने की सीख दी थी। अब उन्हें प्रदेशाध्यक्ष बनाकर बीजेपी ने ब्राह्मण वोटर्स को मैसेज देने की कोशिश की है।
ब्राह्मण बीजेपी का सबसे बड़ा कोर वोटर रहा है। ऐसे में इस बड़े वर्ग को साधने के हिसाब से इस नियुक्ति को अहम माना जा रहा है। बीजेपी के पिछले 42 साल से ज्यादा के इतिहास में राजस्थान में 22 साल से ज्यादा प्रदेशाध्यक्ष इसी वर्ग से रहे हैं।