‘4 में से 1 व्यक्ति नहीं दे रहा वोट’:CS बोले-वोटिंग पर्सेंट बढ़ाने के लिए अभी बहुत गुंजाइश;35 कर्मचारी सम्मानित

Rajasthan

जयपुर:-राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर गुरुवार को जयपुर में राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर पर राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में राज्यपाल कलराज मिश्र ने वहां मौजूद सभी मतदाताओं को शपथ दिलाई। उत्कृष्ट कार्य करने पर 35 कर्मचारियों को राज्यपाल ने सम्मानित किया। इस मौके पर मुख्य सचिव सुधांश पंत ने विधानसभा चुनाव में हुई वोटिंग प्रक्रिया की प्रशंसा की। साथ ही उन्होंने कहा कि हमें इसमें और बेहतर करने की गुंजाइश है, क्योंकि आज भी 4 में से 1 मतदाता वोटिंग के लिए नहीं आ रहा है। हमें कोशिश करनी चाहिए कि आईटी या दूसरे माध्यम से वोटिंग को शत प्रतिशत तक लाया जा सके।

राज्यपाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे संविधान में हमे अपनी सरकार चुनने का अधिकार दिया है। ये हम मताधिकार के जरिए ही करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम ऐसे जनप्रतिनिधियों का चुनाव करने के लिए कहा जो देश और राज्य के विकास के पथ पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हो। इससे पहले राज्यपाल ने ‘वोट जैसा कुछ नहीं वोट जरूर डालेंगे हम’ पोस्टर का लोकार्पण किया।

उन्होंने दो नए युवा मतदाताओं को मतदाता पहचान पत्र भी प्रदान किया। वहीं निर्वाचन विभाग की ओर से आयोजित निर्वाचन और मतदान जागरूकता से जुड़े कलात्मक चित्रों से संबंधित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इस दौरान राज्य निर्वाचन आयुक्त मधुकर गुप्ता, मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता, संभागीय आयुक्त आरूषि मलिक और जयपुर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित भी मौजूद रहे।

पोस्टल बैलेट और दिव्यांग वोटिंग प्रतिशत बढ़ने को बताया बेहतर
मुख्य सचिव ने इसके लिए मतदान के लिए ज्यादा से ज्यादा जागरूकता लाने की जरूरत है। इसके लिए सोशल मीडिया या दूसरे प्लेटफार्म का उपयोग कर सकते है। सीएस कॉलेजों में निर्वाचन साक्षरता क्लब की स्थापना करने पर जोर देते हुए इसके लिए प्रयास करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में दिव्यांगजन की वोटिंग प्रतिशत को भी बेहतर बताया। उन्होंने कहा कि पोस्टल बैलेट की प्रक्रिया को अच्छा बताते हुए कहा कि इस बार देखने को मिला है कि पोस्टल बैलेट बहुत कम रिजेक्ट हुए है, जबकि इससे पहले जितने भी चुनाव हुए उनमें पोस्टल बैलेट बड़ी संख्या में रिजेक्ट हो जाते थे।