मेजर विकास को उनकी 9 महीने की बच्ची ने तो रोहितश्व को उनकी 5 साल की बिटिया ने दी मुखाग्नि
जयपुर : अरुणाचल प्रदेश में शुक्रवार को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए हनुमानगढ़ के विकास भांभू और झुंझुनूं के रोहिताश्व कुमार का सोमवार को उनके पैतृक गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। हनुमानगढ़ के तलवाड़ा थानाधिकारी लाल बहादुर ने सोमवार को बताया कि मेजर विकास भांभू का रामपुरा गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया और उनकी 9 महीने की बेटी ने उन्हें मुखाग्नी दी।
बहादुर ने बताया कि इस अवसर पर सांसद निहालचंद, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया, मंत्री गोविंद राम मेघवाल मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में ग्रामीणों के अलावा सेना, प्रशासन, पुलिस के अधिकारी भी मौजूद थे। इससे पूर्व सूरतगढ के सैन्य छावनी में शिल्प-माटी कला बोर्ड अध्यक्ष डूंगरराम गेदर ,सैन्य अधिकारियों और जवानों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। मेजर विकास भांभू का पार्थिव शरीर रविवार की रात हनुमानगढ़ पहुंच गया था सोमवार सुबह उनके देह को पैतृक गांव लाया गया था।
रोहिताश्व को पांच की बिटिया ने दी मुखाग्नि
झुंझुनूं के रोहिताश्व कुमार खैरवा का पार्थिव शरीर उदयपुरवाटी के गुढ़ा से तिरंगा रैली के रूप में पोषणा गांव अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। पुलिस ने बताया कि रोहिताश्व कुमार के पैतृक गांव पोषणा में शहीद का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें उनकी पांच साल की बेटी रितिका ने मुखाग्नि दी। इस अवसर राजस्थान के मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा, बड़ी संख्या में ग्रामीणों के साथ साथ सेना, प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद थे। मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने कहा कि कुमार के परिजनों को ईश्वर यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।