जयपुर:-राज्यपाल कलराज मिश्र से बुधवार को राजभवन में अखिल भारतीय मीना समाज के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने जय मीनेश आदिवासी विश्वविद्यालय, कोटा का अनुमोदन कर आदिवासी समाज को सौगात देने के लिए राज्यपाल मिश्र का आभार प्रकट करते हुए उनका अभिनंदन किया।
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि शिक्षा की दृष्टि से आदिवासी समाज को अधिकाधिक अवसर मिलने चाहिएं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह विश्वविद्यालय अध्ययन, अध्यापन और शोध का आदर्श केन्द्र बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को नई शिक्षा नीति के अंतर्गत ऐसे पाठ्यक्रमों का निर्माण करना चाहिए जो विद्यार्थियों को स्वावलम्बी और आत्मविश्वास से युक्त बना सकें।
राज्यपाल मिश्र को जब बताया गया कि जय मीनेश आदिवासी विश्वविद्यालय में भी संविधान उद्यान का निर्माण किया जाएगा तो उन्होंने इसकी सराहना की। उन्होंने कहा कि मूलभूत अधिकारों की बात तो सभी करते हैं, लेकिन संवैधानिक कर्तव्यों के बारे में भी लोगों को जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान की मूल प्रति भारतीयता से ओत-प्रोत है। इसमें भगवान राम, कृष्ण, बुद्ध सहित भारतीय संस्कृति से जुड़े चित्रों का सुंदर समावेश है। राज्यपाल मिश्र ने कहा कि संविधान की इस संस्कृति से युवाओं को जोड़ने के लिए ही राज्य वित्त पोषित विश्वविद्यालयों और राजभवन में संविधान उद्यान का निर्माण करवाया गया है।
इस अवसर पर राज्यपाल के प्रमुख विशेषाधिकारी गोविन्दराम जायसवाल, अखिल भारतीय मीना सामाजिक एवं शैक्षणिक समिति, कोटाके निदेशक आरडी मीना सहित सहित समाज के प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।