अलवर:-अलवरनगर परिषद में कांग्रेस के सभी पार्षद स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल की कार्यप्रणाली से नाराज हैं। पार्षदों का आरोप है कि उन्होंने नगर परिषद के उपसभापति जो भाजपा के हैं उन्हें डेढ़ साल से सभापति का चार्ज दे रखा है। कांग्रेस के पार्षद सत्ता में होने के बावजूद भी कोई काम नहीं करा पा रहे हैं इससे कांग्रेस की सभी आम लोगों के बीच में खराब हो रही है। अब कांग्रेस के सभी पार्षदों ने इस्तीफा देने का मन बनाया है और वे मंगलवार को सामूहिक रूप से अलवर से रवाना होकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर धरना देने के लिए पहुंच गए हैं। पार्षदों ने धरना शुरू कर दिया है।
नाराज पार्षद प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मिलकर अपना सामूहिक इस्तीफा सौंपेंगे। पार्षदों का कहना है कि जब सत्ता में कांग्रेस की सरकार है उसके बावजूद भी हमारी प्रतिपक्ष भाजपा के लोग हम पर हावी हैं। कांग्रेस के पार्षदों का स्पष्ट रूप से कहना है कि नगर परिषद से भाजपा के पार्षद को कार्यवाहक सभापति से हटाया जाए जो डेढ़ साल से मनोनीत है। कोर्ट का कोई हस्तक्षेप नहीं है, इस पर हालही फर्जी पट्टा देने के दो मुकदमे दर्ज है। अलवर नगर परिषद में कांग्रेस के सभी पार्षद विद्रोह की तैयारी में है। पूरे जिले के कांग्रेसी इनका साथ दे रहे हैं। अगर ये कांग्रेस छोड़ते हैं तो पार्टी को बड़ा नुकसान हो सकता है है। इनका कहना है कि भाजपा सिंबल से जीते पार्षद से चार्ज वापस लिया जाए और कांग्रेस पार्षद को सभापति मनोनीत किया जाए। ऐसा नहीं हुआ तो कांग्रेस छोड़ देंगे।