जयपुर, 18 नवम्बर। जयपुर शहर के 297वें स्थापना दिवस के अवसर पर उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि राज्य सरकार जयपुर की ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करने के साथ-साथ शहर के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी बताया कि जयपुर के परकोटे क्षेत्र में 100 करोड़ रुपये के विकास कार्य चल रहे हैं।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ने नगर निगम ग्रेटर जयपुर द्वारा स्टेचू सर्किल पर आयोजित दीपदान एवं रौशनी कार्यक्रम में भाग लिया और जयपुरवासियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “जयपुर दुनिया के सबसे बेहतरीन और नियोजित शहरों में से एक है, जिसे युनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है।”
सवाई जयसिंह द्वितीय द्वारा 18 नवम्बर 1727 को स्थापित जयपुर का शहर नियोजन पूरी तरह वैज्ञानिक और वास्तुशास्त्र पर आधारित था। इसका डिजाइन प्रसिद्ध वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य ने तैयार किया था। उपमुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि सवाई जयसिंह द्वितीय खगोलशास्त्र के विशेषज्ञ थे, और जयपुर में स्थापित जंतर मंतर इस बात का बेहतरीन उदाहरण है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, “जयपुर की चौड़ी सड़कों, प्रभावी जल निकासी प्रणाली, हवा महल, सिटी पैलेस, बाजार, चौराहे और मंदिर सभी आधुनिक नगर नियोजन के अद्वितीय उदाहरण हैं। जयपुर के नगर नियोजन पर दुनियाभर में शोध हो रहा है और पर्यटक यहां आकर चकित हो जाते हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि जयपुर को विश्व धरोहर के रूप में पहचान मिली है।”
जयपुर के नगर निगम ग्रेटर जयपुर की महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर के साथ मिलकर दिया कुमारी ने दीप प्रज्जवलित कर इस कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर लोक कलाकारों ने ढोल, नगाड़ा, शहनाई वादन, कच्छी घोड़ी नृत्य और विभिन्न लोक नृत्य प्रस्तुत किए, जो आयोजन को और भी रंगीन और भव्य बना रहे थे।
इस आयोजन में सांस्कृतिक समिति की अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश नंदिनी, पार्षदगण और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित रहे।
इस मौके पर जयपुरवासियों ने 297 वर्षों के ऐतिहासिक सफर का उत्सव मनाया और इस महान शहर के विकास की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को सराहा।