जयपुर। रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर बुधवार को राजधानी के टोंक रोड पर तरु छाया नगर स्थित प्रेम निकेतन दिव्य कन्या आश्रम में रहने वाली निराश्रित बालिकाओं ने प्रमुख समाजसेवी गोकुलदास माहेश्वरी और राजस्थान प्रदेश अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश पाटोदिया
के साथ रक्षाबंधन पर्व मनाया। इस दौरान आश्रम की बालिकाओं ने समाजसेवी गोकुल माहेश्वरी और सुरेश पाटोदिया को तिलक लगाकर व राखी बांधकर मिठाई खिलाई। वहीं दोनों ने एक भाई की तरह समर्पण भाव के साथ सभी निराश्रित बालिकाओं से राखी बंधवाकर उन्हें अपना आशीर्वाद दिया। इस मौके पर समाजसेवी गोकुल माहेश्वरी ने कहा कि बालिकाएं सृष्टि का सबसे अनमोल उपहार होती हैं और उनकी किलकारियों एवं चंचलता से मन को बहुत प्रसन्नता मिलती है। साथ ही घर व परिवार सहित संपूर्ण समाज में भी खुशहाली भी रहती है। बालिका शिक्षा को लेकर गोकुल माहेश्वरी ने कहा कि जब एक बालिका पढ़ लेती है तो उसके साथ पूरी पीढ़ी भी शिक्षित हो जाती है इसलिए बालिकाओं को ना सिर्फ स्कूली शिक्षा बल्कि उच्च शिक्षा उपलब्ध करवाई जानी चाहिए। वहीं सुरेश पाटोदिया ने कहा कि जब बालिकाओं को हर फील्ड में नेतृत्व करने का पूर्ण अवसर प्रदान करना चाहिए क्योंकि हर क्षेत्र में जब-जब बालिकाओं को मौका मिला है, तब-तब उन्होंने स्वयं को साबित किया है। इस अवसर पर सुरेश पाटोदिया ने कहा कि प्रेम निकेतन दिव्य कन्या आश्रम की बालिकाओं ने जिस तरह से खुद के हाथों से तैयार की हुई राखियां हमारी कलाइयों पर बांधकर भाई-बहन के प्रेम का एक अनूठा रिश्ता प्रस्तुत किया है, वो काबिल ए तारीफ है। इस अवसर पर आश्रम की संचालिका सुनसुइया नागर ने दोनों अतिथियों का स्वागत कर उन्हें बालिकाओं के हाथों से कलाई पर राखी बंधवाने के लिए आभार व्यक्त किया।