जयपुर में एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे छात्र नेताओं के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई को लेकर एक विवाद सामने आया है। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा महेश नगर की सीआई कविता शर्मा पर भड़क गए, जब उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने छात्र नेता विकास विधूणी के घर जाकर उनके परिवार को परेशान किया और उन्हें कमरे में बंद कर दिया।
मंगलवार रात करीब 11:30 बजे महेश नगर सीआई कविता शर्मा, जो एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे छात्र नेता विकास विधूणी के घर पहुंची थीं, ने मंत्री मीणा के मुताबिक, विधूणी और उनकी पत्नी को कमरे में बंद कर दिया था। मंत्री मीणा ने इस कार्रवाई को “बेहद आपत्तिजनक” बताते हुए कहा कि पुलिस ने यह कदम बिना किसी उचित कारण के उठाया। मीणा का आरोप था कि पुलिस पीएम के जयपुर दौरे को लेकर गलत इंटेलिजेंस रिपोर्ट पर काम कर रही थी, और इसी कारण छात्र नेताओं को परेशान किया जा रहा था।
इस घटना के दौरान सीआई कविता शर्मा ने मंत्री से शांति से बात करने की कोशिश की, जबकि मंत्री ने जयपुर पुलिस कमिश्नर और डीसीपी साउथ से भी मामले को लेकर चर्चा की। इस पर मामला शांत हुआ।
इसके बाद, मंत्री मीणा ने बताया कि वह महेश नगर सीआई की जीप में एक युवती मंजू को भी पाकर उसे उसके घर छोड़ने गए थे। मंजू ने बताया कि उसे जबरन गाड़ी में बिठाकर ले जाया गया था। जब मंत्री ने सीआई से इस बारे में पूछा, तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया, जिसके बाद मंत्री ने उसे उसके घर छोड़ दिया।
सीआई कविता शर्मा ने बताया कि सीनियर अधिकारियों के निर्देश पर वह छात्र नेताओं से बात करने के लिए उनके घर गई थीं, और वह विधूणी के घर जब गईं, तो उन्होंने खुद को कमरे में बंद कर लिया था। सीआई ने यह भी कहा कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि छात्र नेता और प्रदर्शनकारी पीएम के दौरे के दौरान विरोध कर सकते हैं, इसलिए छात्र नेताओं से बातचीत करने के लिए उनकी गिरफ्तारी की कोशिश की गई थी।
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि वह बुधवार को विकास विधूणी, उसकी पत्नी और मंजू के साथ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात करेंगे, और इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे।