मां के सामने कुत्ते ने बच्ची का जबड़ा चबाया:भीलवाड़ा की घटना;चुन्नी के पालने में सोई थी 6 महीने की मासूम;सर्जरी के बाद दम तोड़ा

Front-Page Rajasthan Rajasthan-Others

भीलवाड़ा:-6 माह की मासूम को चुन्नी के झूले में सुलाकर मां भैंस को चारा दे रही थी। तभी अचानक एक कुत्ता आया और बच्ची पर हमला बोल दिया। उसने बच्ची का चेहरा खा लिया। मां कुत्ते को भगाने का प्रयास करती रही, पर सफल नहीं हुई। शोर सुनकर आसपास के लोग आए और कुत्ते को भगाया। गंभीर स्थिति में बच्ची को हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां सर्जरी के एक घंटे बाद बच्ची ने दम तोड़ दिया।

उधर, घटना के बाद गांव वालों ने कुत्ते को पीट-पीट कर मार डाला। मामला भीलवाड़ा का है।

बच्ची को नोचता रहा कुत्ता

भीलवाड़ा जिले के गुलाबपुरा थाने के हाजियास गांव में शाम करीब 4 बजे घटना हुई। पीड़ित बच्ची के चाचा राजमल जाट ने बताया- भतीजी चिंकी (6) को चुन्नी के झूले में सुलाकर उसकी मां छोटी देवी नोहरे में (घर के पीछे का हिस्सा, जहां पशुओं को रखा जाता है) दस कदम दूर गाय-भैंसों को चारा खिलाकर बांध रही थी। बाड़े में दीवार बनी हुई है लेकिन दरवाजा खुला था। इसी दौरान वहां गली में घूमता आवारा कुत्ता आ गया और झूले में सो रही चिंकी पर हमला कर दिया। मां ने बच्ची के रोने की आवाज सुनी, पलटकर देखा तो कुत्ता मासूम को नोच रहा था। कुत्ता लगातार गुर्रा भी रहा था।

छोटी देवी ने कुत्ते को भगाने की कोशिश की। लेकिन वह लगातार उसे नोचता रहा। कुत्ते ने बच्ची का मुंह और जबड़ा बुरी तरह खा लिया था। परिवार के लोग फौरन भीलवाड़ा हॉस्पिटल ले जाया गया। इधर, घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने कुत्ते को पीट-पीटकर मार डाला।

जबड़े को सीला, सर्जरी के बाद मौत

भीलवाड़ा के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में एनेस्थीसिया टीम में डॉ.वीरेंद्र शर्मा, डॉ. रमेश महेश्वरी, डॉ. दीपक सहित चार मेडिकल स्टाफ ने बच्ची को संभाला। डॉ. ओम प्रकाश शर्मा ने शाम 5.15 से 6.15 तक बच्ची के चेहरे की सर्जरी की। डॉक्टर ने बाएं जबड़े को सीला। इसके बाद बच्ची को PICU (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) में शिफ्ट किया गया। यहां शाम 7.15 बजे उसने दम तोड़ दिया। डॉक्टर शर्मा ने बताया कि करीब एक घंटे सर्जरी चली। उसकी हालत नाजुक थी। बाएं साइड का जबड़ा बुरी तरह से डैमेज था। बच्ची के पिता लहरू जाट मध्य प्रदेश में कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं। लहरू की तीन बेटियों में चिंकी सबसे छोटी थी। दो बेटियां अंजलि (10) और चंचल (6) उस वक्त घर के अंदर थीं।