भरतपुर:-घर के बाहर रखे पशुओं के कुंडे में हाथ धो रही 6 साल की मासूम पर शुक्रवार को कुत्ते ने हमला कर दिया। कुत्ता मासूम की नाक को चबा गया, वहीं गाल को फाड़ डाला। मासूम के सिर, पैर समेत शरीर के अनेक हिस्सों पर भी गहरे घाव किए।
चीखने की आवाज सुनकर पड़ोसी दुकानदार उसे बचाने दौड़ा और कुत्ते को भगाया। खून और दर्द से कराहती मासूम को चाचा डीग के जिला अस्पताल लेकर गए, जहां से उसे भरतपुर के आरबीएम अस्पताल भेजा और वहां पर गंभीर हालत को देखते हुए जयपुर रेफर कर दिया।
हादसा डीग जिले के खोह थाना इलाके के कल्याणपुर गांव में हुआ। मासूम के चाचा अहमद ने बताया- शाम करीब 4 बजे 6 साल की असवाना घर के बाहर रखे पशुओं के कुंडे में हाथ धो रही थी। अचानक पीछे से आए पागल कुत्ते ने उसके मुंह पर अटैक कर दिया। घर के सामने आरिफ नाम के युवक की दुकान है। उसने जैसे ही बच्ची की चीख सुनी तो शोर मचाते हुए उसे बचाने आया और कुत्ते को भगाया।
चेहरे और शरीर को बुरी तरह से नोचा
हमले के बाद सामने आई तस्वीरों में मासूम के बाई कनपटी पर कट का बड़ा निशान है। इसके अलावा नाक से लेकर बाई आंख के नीचे तक चार इंच का कट भी लगा है। सिर और दोनों आंखों के बीच में भी एक लंबा कट है। परिजन ने बताया कि बच्ची के पूरे शरीर पर कुत्ते के पंजों के खरोंच के निशान है।
घर के सामने दुकान मालिक ने बचाया
घटना के दौरान बच्ची का पिता उसमान पशुओं को चारा दे रहा था। बच्ची की मां घर के कामकाज में व्यस्त थी। आरिफ के शोर मचाने के बाद मौके पर आसपास के लोग इकट्ठे हो गए। जिसके बाद बच्ची को तुरंत उसके चाचा बाइक से डीग अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां से बच्ची को भरतपुर के आरबीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया। आरबीएम अस्पताल में डॉक्टर ने बच्ची को देखा तो उसकी हालत को देखते हुए उसे जयपुर रेफर कर दिया।
आवारा कुत्तों से बच्चों को बढ़ा खतरा
बच्ची के चाचा ने बताया- गांव में आवारा कुत्ते घूम रहे है, जिससे बच्चों को खतरा है। घटना में असवाना कि नाक बुरी तरह से जख्मी हुई। असवाना के पिता उस्मान एक किसान हैं, जो करीब एक बीघा खेत में खेतीबाड़ी करते है। असवाना कि एक बड़ी बहन भी है, जिसका नाम अकलीमा है और उम्र 16 साल है।
एक्सपर्ट व्यू- घाव को साफ पानी व साबुन से धोएं
आरबीएम अस्पताल के सहायक आचार्य डॉ. संजीव चौधरी ने बताया कि कुत्ते के काटने पर रेबीज के होने का खतरा रहता है। ऐसे में डॉक्टर के पास जाने से पहले फर्स्ट एड के तौर पर कुछ सावधानी बरती जानी चाहिए। इसके लिए यदि किसी व्यक्ति को कुत्ता काट ले, तो इसके लिए तुरंत उस जगह को पानी और माइल्ड सोप से धोएं।
रेबीज के वायरस को फैलने से रोकने के लिए फिर बाइट वाली जगह पर अच्छी ऐंटीसैप्टिक क्रीम अप्लाय करें। प्राथमिक उपचार वायरस को फैलने से रोकने के लिए किए जाते हैं, लेकिन इसके बाद वैक्सीन लगवाने में बिल्कुल देर न करें। प्राथमिक उपचार करने के बाद डॉक्टर के पास जाएं और तुरंत एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाएं।