प्रश्नकाल के साथ राजस्थान विधानसभा की आज की कार्यवाही शुरू हुई। राजस्व मंत्री हेमंत मीणा से कांग्रेस के डूंगरराम गेदर ने चकबंदी और सर्वे के लिए काम कर रही कंपनी का नाम पूछा। मंत्री ने पुराना जवाब ही पढ़कर सुनाया। इसी दौरान मंत्री को पर्ची भिजवाई गई, जिस पर कंपनी का नाम लिखा हुआ था।
विधानसभा में बिजली से जुड़े सवाल पर ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के जवाब से नाराज कांग्रेस नेताओं ने सदन में हंगामा किया। विपक्ष ने वेल में आकर नारेबाजी की। परबतसर से कांग्रेस विधायक रामनिवास गावड़िया के सवाल पर मंत्री के जवाब से हंगामे की शुरुआत हुई। गावड़िया ने मंत्री के जवाब को गलत बताते हुए कहा कि सदन में जवाब आ रहा है कि किसानों की विजिलेंस चेक रिपोर्ट (वीसीआर) नहीं भरी जा रही है, जबकि नागौर जिले में किसानों की वीसीआर भरी जा रही है।
कांग्रेस के रफीक खान ने शून्यकाल के दौरान स्थगन प्रस्ताव के जरिए चिरंजीवी योजना में इलाज नहीं होने का मुद्दा उठाते हुए हिजाब का मामला भी उठाया।
ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) पर एमओयू के मामले में सरकार से जवाब की मांग करते हुए कांग्रेस सदस्यों ने सदन में हंगामा और नारेबाजी की। हंगामे के बीच जीएसटी संशोधन बिल बिना बहस पारित किया गया। जल प्रदूषण रोकने के लिए कानून बनाने का शासकीय संकल्प भी पारित हुआ। स्पीकर को 1 बजकर 4 मिनट पर आधे घंटे के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।