जयपुर:-प्रतिपक्ष ने विधानसभा में गुरुवार को जयपुर में शुक्रवार को तड़के 4:10 बजे पर आए भूकंप में सरकार द्वारा कोई चेतावनी नहीं देने और नहीं कोई माकूल व्यवस्था नहीं करने देने के मामले को लेकर जमकर जमकर हंगामा किया। प्रतिपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी से भविष्य में चेतावनी की कोई व्यवस्था करने और प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश देने की मांग की।
प्रतिपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सरकार की ओर से भूकंप आने से पहले या बाद में सरकार और जिला प्रशासन ने कोई भी जानकारी और चेतावनी आम लोगों को नहीं थी।
भूकंप के बाद जयपुर शहर सहित पूरे प्रदेश में अजीब माहौल बन गया। लोग तरह तरह की अफवाह उड़ाते नजर आए। उन्होंने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कोई सूचना और चेतावनी नहीं देने से यह स्पष्ट होता है कि सरकार किस तरह की जिम्मेदारी निभाना चाहती है।
उन्होंने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही सरकार और जिला प्रशासन द्वारा नहीं की जाए ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए । राहत मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने स्वीकार किया कि जयपुर में आए भूकंप के बाद सरकार और जिला प्रशासन की लापरवाही रही है। अब भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही नहीं रहे सरकार द्वारा विशेष व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वैसे तो 24 घंटे शासन सचिवालय में नियंत्रण कक्ष खोल रखा है। उस के माध्यम से चेतावनी देने का प्रावधान भी है। लेकिन अचानक आए भूकंप के कारण आज यह व्यवस्था कायम नहीं की जा सकी पूर्णविराम उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच की जाएगी और लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी।
राहत मंत्री गोविंद मेघवाल ने शुक्रवार को शून्यकाल के तत्काल बाद अपनी ओर से जयपुर में आए भूकंप की जानकारी दी और कहा कि झोटवाड़ा, गुलमोहर गार्डनऔर मानसरोवर इलाके में तड़के सुबह 4:09 बजे पर पहला भूकंप का झटका आया उसके बाद दो झटके और आए थे। भूकंप से किसी प्रकार की जन हानि नहीं हुई है।