जयपुर:-राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत आज हंगामे से हुई। सदन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि नए सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होती है। क्योंकि पिछला सत्र मार्च में खत्म हो गया था। अभिभाषण नहीं होना असंवैधानिक है। जूली ने विधानसभा अध्यक्ष पर उनका माइक बंद करने का भी आरोप लगाया।हालांकि, संसदीय मंत्री जोगाराम पटेल ने नेता प्रतिपक्ष के राज्यपाल अभिभाषण को लेकर उठाए गए सवालों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि जूली नियमों की गलत व्याख्या कर रहे हैं। आज से शुरू हुआ सत्र नया नहीं है।इससे पहले आज सदन की कार्रवाई शुरू होते ही बागीदौरा से उपचुनाव में जीते बीएपी विधायक जयकृष्ण पटेल को शपथ दिलाई गई। इसके बाद विधानसभा सदस्यों ने प्लास्टिक मुक्ति की शपथ ली।विधानसभा में हाथरस की घटना में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि भी दी गई। विपक्ष के हंगामे के बीच सदन की कार्रवाई कल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
विपक्ष के सदस्यों के जोरदार नारेबाजी
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अध्यक्षीय व्यवस्था देते हुए कहा कि नियमों के तहत नई सरकार के गठन के बाद होने वाले पहले सत्र और साल के पहले सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण होता हैं। यह इस साल का दूसरा सत्र है।लेकिन विपक्ष अध्यक्ष की व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हुआ। विपक्ष वैल में आकर लगातार नारेबाज़ी हैं कि संविधान के हत्यारों का नाश हो।
यहां मेरा माइक बंद कर रहे हैं – जूली
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लोकसभा में स्पीकर माइक बंद कर देते हैं, यहां मेरा भी माइक बंद कर रहे हैं।नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि अध्यक्षजी, लोकसभा में तो माइक बंद कर देते हैं, यहां भी मेरा माइक बंद कर देते हैं।
नेता प्रतिपक्ष गलत व्याख्या कर रहे हैं- संसदीय कार्यमंत्री
- ससंदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने का कि संविधान के प्रावधान के अनुसार ही कार्यवाही हो रही है। विधानसभा का यह दूसरा सत्र है, पहला सत्र नहीं है।
- पहले सत्र में ही राज्यपाल के अभिभाषण करवाने का प्रावधान है। नेता प्रतिपक्ष गलत व्याख्या कर रहे है।
राज्यपाल का अभिभाषण जरूरी – टीकाराम जूली
- सदन की करवाई शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया है। राज्यपाल का अभिभाषण नहीं होने के चलते विपक्ष ने जमकर नारेबाजी की। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि जब भी नया सत्र आहूत होता है तो राज्यपाल का अभिभाषण कराना ज़रूरी होता है।
- जूली ने कहा कि यह असंवैधानिक हैं। दिसंबर में सत्र बुलाया गया था। 19 जनवरी को राज्यपाल का अभिभाषण हुआ। मार्च में सत्रावसान हो गया।
- ऐसे में जिस सत्र का सत्रावसान हुआ। वो पिछले साल का सत्र था। साल के पहले सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण जरूरी है।
कल के बाद 10 को चलेगा सदन, 10 को बजट आएगा
- विधानसभा में कल 4 जुलाई को प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही होगी। कल के बाद 10 जुलाई तक सदन स्थगित होगा।
- 5 से 9 जुलाई तक विधानसभा नहीं चलेगी, 10 को बजट पेश किया जाएगा।
- अभी तक विधानसभा की कार्य सलाहकार समिति ने 10 तक का ही कामकाज तय किय है, आगे के कामकाज पर फैसले के लिए फिर बैठक होगी।
- बजट पेश करने के बाद आगे का कामकाज फिर तय होगा। 4 दिन बजट पर बहस होगी। 11, 12 और 13 जुलाई को बजट पर बहस होगी।
- 16 जुलाई को बजट पर बहस के बाद सरकार की तरफ से जवाब दिया जाएगा, इसे बीएसी की बैठक में मंजूरी मिलना बाकी है।