ED ने कांग्रेस नेताओं के करीबियों पर मारे छापे:पेपरलीक से जुड़ा मामला;किरोड़ीलाल का दावा-जयपुर के गणपति प्लाजा में छिपा करोड़ों का काला धन

Rajasthan

जयपुर:-पेपरलीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम कांग्रेस के सीनियर नेताओं के करीबियों के घर और ऑफिस पर छापेमारी कर रही है। शुक्रवार सुबह टीम जयपुर, जोधपुर और डूंगरपुर में करीब 9 जगहों पर पहुंची। ये सभी घर और ऑफिस दिनेश खोड़निया, स्पर्धा चौधरी और अशोक जैन के हैं।

स्पर्धा चौधरी पेपरलीक में फरार सुरेश ढाका की महिला मित्र है। वहीं, अशोक जैन भी एक कांग्रेस नेता का करीबी है। इधर, जयपुर में भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने गणपति प्लाजा टावर में दिनेश खोड़निया के करोड़ों का काला धान छिपे होने का दावा किया है।

मीणा ने सुबह करीब 11 बजे प्लाजा के बाहर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इसके बाद मीडिया के साथ प्लाजा के बेसमेंट में पहुंचे। यहां मौजूद प्राइवेट लॉकर्स को लेकर सांसद ने कहा कि इनमें काला धन मौजूद है। उनका कहना है कि जब तक ये लॉकर्स खोले नहीं जाएंगे, तब तक वे धरने पर ही बैठे रहेंगे थे।

किरोड़ीलाल मीणा करीब सवा 2 घंटे धरने से उठे और गणपति प्लाजा रुकने के बाद रवाना हो गए थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने एसीबी और एसओजी को जांच करने से मना कर दिया था। अब ईडी इस मामले की जांच करेगी। पुलिस ने ईडी को सूचना दे दी थ। किरोड़ी ने दावा किया कि पुलिस ने लॉकर्स को सीज कर दिए। पुलिस अधिकारियों ने इस पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।

बाबूलाल कटारा से पूछताछ के बादी कार्रवाई

ईडी के सूत्रों के अनुसार, पेपरलीक में शामिल आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा और मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण को ईडी ने पिछले दिनों रिमांड पर लिया था। बाबूलाल ने पूछताछ में कुछ अन्य लोगों की जानकारी ईडी को दी थी। बाबूलाल कटारा से हुई पूछताछ के बाद ईडी ने भूपेंद्र सारण को तीन दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। भूपेंद्र सारण से भी क्रॉस पूछताछ की गई थी।

दरअसल, बाबूलाल कटारा और भूपेंद्र सारण जानते हैं कि और कौन लोग पर्दे के पीछे थे। रिमांड के दौरान दोनों से मिली जानकारी को दिल्ली ईडी कार्यालय में भिजवाया गया। एक गोपनीय दल ने दिनेश खोडानिया, अशोक जैन और स्पर्धा चौधरी की पिछले 7 दिन तक जांच की।

जांच में इनके बैंक डिटेल, बैक ग्राउंड, कॉनटैक्ट,आगामी विधानसभा चुनाव में इनकी भूमिका की जांच की गई। इसके अलावा सिविल लाइन में कई वरिष्ठ नेताओं के संपर्क की जानकारी ईडी को मिली। इस पर दिल्ली और गुजरात की टीम को जयपुर में छापेमारी के लिए भेजा गया है।

ईडी के अधिकारी दिनेश खोडानिया और अशोक जैन को दे सकते हैं नोटिस

ईडी को सर्च के दौरान सबूत मिलने पर सभी को ईडी मुख्यालय में आने के नोटिस दिए जा सकते हैं। नोटिस के बाद ईडी मुख्यालय में आकर ईडी के सवालों के जवाब देने होंगे। इनके पास कटारा और सारण से मिले कई सबूत मौजूद हैं। इससे साबित होता है कि पेपर लीक मामले में कई और लोग भी हैं। जो पर्दे से पीछे थे। राजस्थान पुलिस ने उन्हें पकड़ा नहीं।