रांची:-झारखंड के जमीन घोटाला केस में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम शनिवार को रांची पहुंची। जांच एजेंसी दोपहर 1 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंची। जानकारी के मुताबिक सोरेन से अलग कमरे में लैंड स्कैम केस को लेकर सवाल-जवाब किए जा रहे हैं।
ED की टीम 9 गाड़ियों के काफिले में CM हाउस पहुंची। इनमें से 3 गाड़ियों में अधिकारी थे, जबकि 6 गाड़ियां उनकी सुरक्षा में तैनात थीं। ED के कुल 7 अधिकारी पूछताछ के लिए रांची पहुंचे हैं। इनमें तीन अधिकारी दिल्ली से आए हैं। ईडी टीम का नेतृत्व एडिशनल डायरेक्टर कपिल राज कर रहे हैं। पूछताछ से पहले CM हाउस में तैनात स्पेशल ब्रांच ने सभी अफसरों की जांच की।
मुख्यमंत्री आवासा पहुंचे मंत्री और सत्ता पक्ष के विधायक
इधर मुख्यमंत्री आवास में सत्ता पक्ष के विधायक और मंत्री भी पहुंचे हुए हैं। जामताड़ा के कांग्रेस विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी हेमंत सोरेन से मिले और उनसे लिपट गए। वो काफी भावुक नजर आए और रोने लगे। हालांकि, सीएम उन्हें सांत्वना देते दिखे।
जोबा मांझी, दीपिका पांडे, राजेश कच्छप और जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य सीएम हाउस पहुंचे हैं। कहा जा रहा है कि विधायक पूछताछ के दौरान सीएम आवास में रहेंगे। महाधिवक्ता राजीव रंजन भी सीएम हाउस पहुंचे हैं।
झामुमो समर्थक मुख्यमंत्री आवास के बाहर जुटे
सोरेन से पूछताछ के विरोध में झारखंड मुक्ति मोर्च के सदस्य सीएम हाउस के बाहर जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री आवास से 50 मीटर दूर पार्टी के झंडा-बैनर लेकर लोग सीएम के समर्थन और केंद्र के खिलाफ में नारेबाजी कर रहे हैं। इससे पहले रांची के SP चंदन कुमार सिंह और ADM लॉ एंड ऑर्डर सहित तमाम अधिकारी पैदल ही सीएम हाउस पहुंचे। यहां सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
सीएम हाउस से पहले एलपीएन सहदेव चौक पर झामुमो के कार्यकर्ता जुट रहे हैं। सभी केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। सभी कार्यकर्ताओं के हाथ में झामुमो का झंडा है। और चौक के पास सभी एक लाइन से खड़े होकर अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं।
ईडी ऑफिस से लेकर मुख्यमंत्री आवास के बाहर सुरक्षा में कुल 900 पुलिस अफसर और जवान तैनात किए गए हैं। कांके रोड स्थित सीएम आवास के बाहर जेएमएम समर्थकों के पहुंचने की आशंका काे ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक रूट में बदलाव भी किया गया है।
अलर्ट मोड पर सरकार
सत्ता पक्ष के सभी विधायकों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। राजनीतिक सूत्रों की माने तो सीएम ने यह तैयारी इसलिए की है कि अगर उनकी गिरफ्तारी होती है तो इससे पहले वह विधायकों की मौजूदगी में अहम फैसला ले सकें।
8 समन के बाद पूछताछ के लिए राजी हुए हेमंत सोरेन
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन 8 समन के बाद पूछताछ के लिए राजी हुए हैं। सीएम ने पत्र लिखकर ED को अपने आवास बुलाया है। जमीन घोटाला मामले में ED हेमंत सोरेन से कई सवाल करेगी। दोपहर 12 बजे के बाद जांच एजेंसी के अधिकारी सीएम आवास आकर उनका बयान लेंगे।
जमीन घोटाला मामले में ED सीएम से करेगी सवाल
जमीन घोटाले से जुड़े मामले में ED सीएम से सवाल-जवाब करेगी। ED ने अपने 7वें समन में कहा था कि बड़गाईं अंचल के उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के घर से छापेमारी में जमीन से जुड़े कई अहम दस्तावेज मिले थे। इसी मामले में आपकी संपत्ति का भी विवरण प्राप्त करना है, इसलिए पूछताछ जरूरी है। क्योंकि, यह सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ का मामला है।
सीओ से सीएम तक पूछताछ
सीएम हेमंत सोरेन से जिस मामले पूछताछ होनी है, वह जमीन घोटाला मामला है। इस घोटाले की पड़ताल की शुरुआत एक सीओ (सर्कल ऑफिसर) की जांच से शुरू हुई थी।
जांच बढ़ते-बढ़ते कोलकाता के रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस के दफ्तर तक पहुंची। जहां खुलासा हुआ कि 36 फर्जी डीड और कागजात के जरिए रांची में सेना की जमीन सहित अन्य सैंकड़ों एकड़ जमीन का फर्जी सौदा हुआ है।
इसमें छोटे दफ्तर के अधिकारी से लेकर जिले के उपायुक्त और बड़े-बड़े व्यापारी भी शामिल हैं। इन सब के तार आखिर में सीएम तक पहुंच रहे थे।
कमिशनर की रिपोर्ट के आधार पर ED ने मारा छापा
रांची में सेना की जमीन को गलत तरीके से बेचने के मामले की जांच रांची के कमिशनर नीतिन मदन कुलकर्णी ने की। कुलकर्णी ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया था कि फर्जी नाम और पते के आधार पर सेना की जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है।
अपनी रिपोर्ट में उन्होंने सरकार के डीसी समेत जालसाजी में शामिल सभी अधिकारियों पर कार्रवाई की अनुशंसा की थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई थी।
रांची नगर निगम ने दर्ज कराई थी शिकायत
जमीन घोटाला मामले में रांची नगर निगम ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद इस पूरे मामले में ED की एंट्री हुई। जांच एजेंसी ने नवंबर 2022 में रांची के बड़े व्यापारी और न्यूक्लियस मॉल के मालिक विष्णु अग्रवाल के साथ अमित अग्रवाल के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस दौरान इनके पास से कई अहम दस्तावेज अधिकारी के हाथ लगे।
13 अप्रैल को 21 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी
तमाम पड़ताल के बाद 13 अप्रैल 2023 को रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन, बड़गाईं अंचल के अधिकारी मनोज कुमार, कर्मचारी भानु प्रताप समेत जमीन के कारोबार से जुड़े 21 ठिकानों पर छापा मारा। इसमें विष्णु अग्रवाल के मोबाइल से चौंकाने वाला खुलासा हुआ था।
ईडी के विरोध में निकाला मार्च, 20 मिनट तक जाम रहीं सड़कें
ईडी द्वारा की जा रही कार्रवाई के विरोध में आदिवासी संगठनों ने शुक्रवार काे मोरहाबादी से राजभवन तक पैदल मार्च किया। इस दाैरान दोपहर 2:45 बजे रेडियम रोड और कचहरी चौक के पास जाम लग गया। आदिवासी संगठनों के लाेगाें के सड़क पार करने के दौरान ट्रैफिक पुलिस ने नागाबाबा खटाल से कचहरी चौक होते हुए जेल मोड़ और शहीद चौक की ओर जाने वाले वाहनों काे थाेड़ी देर के लिए रोक दिया। ऐसे में रेडियम रोड व चकहरी चौक से चाराें ओर जाने वाले मार्गों पर 20 मिनट तक जाम की स्थिति उत्पन्न हाे गई। हालांकि उसके बाद स्थिति सामान्य हो गई।
दूसरे समन पर भी पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे साहिबगंज डीसी
इधर साहिबगंज में 1250 करोड़ के अवैध पत्थर खनन मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी के दूसरे समन पर भी साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव शुक्रवार को ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे। बहुत जल्द ही ईडी उन्हें तीसरा समन करने जा रही है। अवैध पत्थर खनन मामले में 3 जनवरी की छापेमारी में ईडी को डीसी रामनिवास यादव के ठिकाने से 21 कारतूस, पांच खोखे के अलावा 7.25 लाख रुपए कैश बरामद किए थे।
ईडी कारतूस, खोखे व नकदी के स्रोत की जानकारी लेने के लिए ही डीसी रामनिवास यादव को दो बार समन कर चुकी है। ईडी को इसके अतिरिक्त भी डीसी के विरुद्ध कई सूचनाएं मिली हैं। उनपर अवैध पत्थर खनन में ईडी के गवाह को मुकरने के लिए दबाव बनाने,धमकाने,पत्थर कारोबारी मुंगेरी यादव को फंसाने, जेल से छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपए लेने सहित कई आरोप हैं।