शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को निकम्मा बताया। कहा- डोटासरा ने राजस्थान के बच्चों के साथ ज्यादती की है, दुश्मन समझा बच्चों को.. इससे निकम्मा व्यक्ति कोई नहीं हो सकता।पूर्व सीएम अशोक गहलोत और तत्कालीन शिक्षा मंत्री डोटासरा के सामने टीचर्स ने कहा था कि ट्रांसफर करने के पैसे देने पड़ते हैं। दिलावर मंगलवार को सीकर में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
शिक्षा मंत्री ने पूर्व सीएम और डोटासरा को रीट भर्ती मामले में जेल में डालने के बयान पर कहा- मैं जेल में डालने वाला कौन होता हूं। दोषी चाहे कोई भी हो, गहलोत हो या डोटासरा, चाहे मैं खुद ही क्यों न हूं। जो-जो दोषी होगा जेल जाएगा।
उन्होंने कहा- डोटासरा ने पेपर राजीव गांधी स्टडी सर्किल में क्यों रखवाए थे। उन्होंने चाबी सौंप दी ताकि उनके लोगों को पेपर मिल सके। ये सौदा हुआ होगा कि जितने पेपर बेचोगे उसका 75% मेरे (डोटासरा) को मिलना चाहिए। अब जांच एजेंसियां जुटी हुई है। दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी।
टीचर्स ने गहलोत से कहा था- ट्रांसफर के पैसे देने पड़ते हैं
डाइट में M.Ed व्याख्याता लगाए जाने पर दिलावर ने कहा- तत्कालीन शिक्षा मंत्री डोटासरा ने पैसे लेकर अयोग्य लोगों को डाइट में बिठाया था।
16 नवंबर 2021 को राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में जब गहलोत ने डोटासरा पूछा था कि तुम कोई ट्रांसफर करने के लिए पैसे तो नहीं लेते। तब टीचर्स ने कहा था- पैसे लेते हैं साहब।
उन्होंने पैसे लेकर के अयोग्य लोगों को डाइट में बैठाया। अब हम कोशिश करेंगे की जिस पद को योग्य व्यक्ति की जरूरत है, वहां पर वही लगाया जाए।
महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल बंद नहीं होंगे
महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों को बंद करने के सवाल पर दिलावर ने कहा- अगर डोटासरा ने ये स्कूल खोले होते तो मैं कभी बंद नहीं करता, न सोचता, न करूंगा, न कर रहा हूं।
इन्होंने (पूर्ववर्ती सरकार) कक्षा 1 से सीधा 12वीं तक इंग्लिश मीडियम कर दिया। क्लास 6 में हिंदी माध्यम में पढ़ रहा बच्चा 7वीं में जाते ही अंग्रेजी कैसे पढ़ पाएगा। यह जानते हैं कि पास होने में 33 प्रतिशत नंबर चाहिए। 13 नंबर तो कोई भी ले आएगा और 20 में से 20 नंबर टीचर दे ही देते हैं। इन्होंने बच्चों का भविष्य खराब करने का षड्यंत्र किया है। ये चाहते थे कि गरीबों के बच्चे अशिक्षित रह जाएं और किसी कॉम्पिटिशन में न आ सकें।