वायनाड:-सांसदी छीने जाने के बाद पहली बार राहुल गांधी मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र केरल के वायनाड पहुंचे। उन्होंने कहा- मेरी संसद की सदस्यता छीन ली गई। मेरा घर छीन लिया, मेरे पीछे पुलिस लगा दी, लेकिन इन सब से मुझे फर्क नहीं पड़ता है। वो मुझे जेल में भी डाल दें फिर भी मैं सवाल पूछता रहूंगा।
राहुल गांधी के भाषण की 5 बड़ी बातें…
- 4 साल पहले मैं यहां आया था और यहां से सांसद बना। मेरे लिए यहां चुनाव प्रचार करना सबसे अलग था। मैं केरल का रहने वाला नहीं हूं, लेकिन आपके प्यार ने मुझे महसूस कराया कि मैं आपका भाई, आपका बेटा हूं।
- वायनाड के लोग, देश के लोग स्वतंत्र भारत में रहना चाहते हैं। जहां उनके बच्चों को कुछ भी सीखने, करने के लिए स्वतंत्र हो। कोई ऐसे देश में नहीं रहना चाहता, जिसे सिर्फ कुछ गिने-चुने लोग चलाएं।
- वो लोग जितना दुष्ट बनना चाहें बनें, निर्दयी बनेंगे, मैं उतना ही सज्जन बनूंगा। भाजपा देश के सिर्फ एक विजन को पेश कर रही है, लेकिन हम देश के असली विजन को लेकर चल रहे हैं।
- मैं संसद में गया और PM से पूछा अडाणी के साथ अपने रिश्ते के बारे में बताइए। 2014 के बाद अमीरों की लिस्ट में अडाणी 2 नंबर पर कैसे आ गए? मैंने बताया कि अडाणी की मदद के लिए भारत और इजराइल के रिश्ते बदल गए।
- वो मुझे जितना परेशान करेंगे, उससे पता चलेगा कि मैं सही राह पर हूं। मैंने स्पीकर से पूछा ये क्यों हो रहा है उन्होंने कहा कि मेरे पास कोई विकल्प नहीं है।
राहुल और प्रियंका ने रोड शो किया
राहुल गांधी ने यहां कलपेट्टा में 22 मिनट तक रोड शो किया। प्रियंका गांधी समेत पार्टी के कई सीनियर लीडर उनके साथ नजर आए। राहुल ने कहा कि मेरी सांसदी छीने जाने से वायनाड के साथ मेरे रिश्ता कमजोर नहीं बल्कि और मजबूत होगा। MP सिर्फ एक टैग है, यह एक पोस्ट है। BJP वह टैग छीन सकती है, मुझे वायनाड के लोगों की आवाज उठाने से नहीं रोक सकती।
प्रियंका बोलीं- मैं अपने भाई के परिवार से बात करने आई हूं
राहुल से पहले, प्रियंका गांधी ने कहा- मैं यहां आकर खुश हूं। यह बहुत भावुक दौरा है जब मैं अपने भाई के साथ वायनाड आई हूं। कल मैं उनके घर से उसका फर्नीचर पैक कर रही थी। जब तक नई जगह नहीं मिल जाती वो मां के साथ रहेंगे। कुछ सालों पहले मैंने भी यही समय देखा, जब मुझे घर बदलना पड़ा था। मेरे बच्चों और पति ने मेरी मदद की, लेकिन मेरे भाई के न बच्चे हैं और न ही परिवार।
मैं स्पीच देने में अच्छी नहीं हूं। इंग्लिश भी अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा कि वायनाड आपका परिवार है, उनसे अपने परिवार की तरह बात करना बस। तो आज मैं अपने भाई के परिवार से बात करने आई हूं। आपको पता है कि वो (राहुल) सच्चा आदमी है, जो बिना डर के सच बोलता है। लोग उसे चुप कराना चाहते हैं वो फिर भी बोलता है। आप जानते हैं कि वो हमेशा आपकी बात सुनता है आपसे बात करता है आपकी मदद के लिए खड़ा रहता है। आपने उसे चुना, लेकिन सूरत की एक कोर्ट ने उसे 2 साल की सजा सुना दी, इसके बाद उसके संसद सदस्यता खत्म कर दी गई।
पूरी सरकार एक शख्स को बचा रही
प्रियंका ने कहा- देश के मंत्री, सांसद और PM एक नागरिक को परेशान कर रहे हैं, जो सवाल पूछ रहा है क्योंकि उनके पास राहुल के सवालों के जवाब नहीं है। पूरी सरकार एक शख्स को बचाने में लगी है जिसका नाम है गौतम अडाणी। मेरे भाई के साथ जो हुआ वो दिखाता है कि हमारे देश में किस तरह तानाशाही है। वो अपने बिजनेस मैन दोस्तों को बचाने में लगी है।
मानहानि केस में राहुल को मिली सजा
सूरत की कोर्ट ने 23 मार्च को राहुल को 2 साल कैद की सजा सुनाई थी। हालांकि 27 मिनट बाद ही उन्हें जमानत मिल गई। उन्होंने 2019 में कर्नाटक की सभा में मोदी सरनेम को लेकर बयान दिया था। कहा था- सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है। इसके बाद गुजरात के भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने राहुल के खिलाफ मानहानि का केस किया था।
23 मार्च: राहुल की संसद सदस्यता रद्द
राहुल 24 मार्च की सुबह लोकसभा पहुंचे थे, यहां उन्होंने अडाणी मुद्दे पर बात की थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता 24 मार्च दोपहर करीब 2.30 बजे रद्द कर दी गई। वह केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य थे। लोकसभा सचिवालय ने पत्र जारी कर इस बात की जानकारी दी। लोकसभा की वेबसाइट से भी राहुल का नाम हटा दिया गया।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने 2013 के एक फैसले में कहा था कि अगर कोई भी सांसद या विधायक निचली अदालत में दोषी पाया गया तो वह संसद या विधानसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य होगा। इसी नियम के तहत राहुल की संसद सदस्यता रद्द हुई है।