श्रीनगर:-कश्मीर में अनंतनाग के गडूल कोकेरनाग में शनिवार को सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया। यहां सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच 12 सितंबर यानी 5 दिनों से मुठभेड़ जारी है।
गडूल में बारिश के बीच दोनों तरफ से फायरिंग चल रही है। सुरक्षाबलों के मुताबिक, यहां एक और आतंकी के छिपे होने की आशंका है। सेना यहां भी ड्रोन के जरिए इलाके की निगरानी कर रही है।
अनंतनाग में चल रहे एनकाउंटर में अब तक सेना के दो अधिकारी, एक जवान और एक पुलिस अधिकारी शहीद हो चुके हैं। अंधेरा होने पर शुक्रवार को ऑपरेशन रोक दिया गया था।
कश्मीर ADGP बोले- सभी आतंकी मारे जाएंगे
ऑपरेशन को लेकर कश्मीर के ADGP विजय कुमार ने कहा कि सेवानिवृत्त पुलिस और सेना के अधिकारियों को ‘घात लगाकर हमले वाली परिकल्पना’ से बचना चाहिए। ये एक खास इनपुट पर चलाया गया ऑपरेशन है। 2-3 आतंकी राजौरी तक फैले पीर पंजाल के घने जंगलों में छिपे हैं, इन सभी को मार गिराया जाएगा।
इन आतंकियों में एक लश्कर-ए-तैय्यबा का कमांडर उजैर खान है। इन्हीं आतंकियों के हमले में बुधवार को सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के DSP हुमांयू भट शहीद हुए थे। एक जवान भी शहीद हुआ है।
स्निफर डॉग्स, ड्रोन, हेलिकॉप्टर की मदद से आतंकियों को ढूंढा जा रहा
अनंतनाग के एनकाउंटर में सेना के कमांडोज के साथ ही स्निफर डॉग्स, ड्रोन और हेलिकॉप्टर आतंकियों को खोज रहे हैं। रॉकेट लॉन्चर का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
सैन्य अफसरों का कहना है कि आतंकियों को 4 किलोमीटर के दायरे में घेर लिया गया है। इन्हें कभी भी ढेर कर दिया जाएगा।
आतंकियों ने मंगलवार को उस वक्त हमला किया था, जब सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस तलाशी अभियान चला रही थी।
मंगलवार को राजौरी में भी एनकाउंटर हुआ था, जिसमें सेना का एक जवान शहीद हुआ था।
कर्नल मनप्रीत और मेजर आशीष का अंतिम संस्कार
मोहाली के रहने वाले कर्नल मनप्रीत का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव भड़ौजियां में हुआ। वहीं पानीपत के मेजर आशीष धौंचक का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव बिंझौल में किया गया। जम्मू-कश्मीर पुलिस के शहीद DSP हुमांयू भट को गुरुवार को उनके पैतृक गांव बडगाम में सुपुर्द-ए-खाक किया गया था।
DSP हुमायूं ने गोली लगते ही पत्नी को किया वीडियो कॉल- शायद न बचूं, बेटे का ख्याल रखना
रूह कंपा देनी वाली ये चंद लाइनें ही DSP हुमायूं भट के आखिरी शब्द थे। जब वे अनंतनाग के गडूल कोकेरनाग में बुधवार सुबह आतंकियों की गोली से घायल हुए, ठीक उसी वक्त उन्होंने पत्नी फातिमा को वीडियो कॉल कर अपने हालात बयां किए। कहा- ‘मुझे गोली लगी है, नहीं लगता कि मैं बच पाऊंगा। हमारे बेटे का ख्याल रखना।’
हुमायूं शहीद हो चुके हैं। उन्हें पेट में गोली लगी थी। उनकी सास सैय्यद नुसरत ने भास्कर को बताया कि हुमांयू जहां घायल पड़े थे, वो लोकेशन ट्रेस करने में हेलिकॉप्टर को देर लग गई। उन्हें घटनास्थल से सीधे श्रीनगर के सेना अस्पताल ले जाया गया, यहां फातिमा और 29 दिन के बेटे को देखने के बाद हुमायूं ने दम तोड़ दिया। 27 सितंबर को हुमायूं-फातिमा की शादी का एक साल पूरा होने वाला था। फातिमा सदमे में हैं। उनके पिता भी जम्मू-कश्मीर पुलिस में IG रहे हैं।
कुलगाम में भी इन्हीं आतंकियों ने सेना को निशाना बनाया था
अफसरों का मानना है कि ये वही आतंकी हैं, जिनसे 4 अगस्त को कुलगाम के जंगल में हुई मुठभेड़ में 3 जवान शहीद हो गए थे। कश्मीर में पिछले तीन साल में यह सबसे बड़ा हमला है। इससे पहले कश्मीर के हंदवाड़ा में 30 मार्च 2020 को 18 घंटे चले हमले में कर्नल, मेजर और सब-इंस्पेक्टर समेत पांच अफसर शहीद हुए थे।
कश्मीर में इस साल अब तक 40 आतंकी ढेर
कश्मीर में पिछले तीन साल में यह सबसे बड़ा हमला है, जिसमें इतने बड़े अफसरों की शहादत हुई है। इससे पहले कश्मीर के हंदवाड़ा में 30 मार्च 2020 को 18 घंटे चले हमले में कर्नल, मेजर और सब-इंस्पेक्टर समेत पांच अफसर शहीद हुए थे। इस साल जनवरी से अब तक जम्मू-कश्मीर में 40 आतंकी मारे गए हैं। इनमें 8 ही स्थानीय थे और बाकी सभी विदेशी थे।