भजनलाल सरकार का पहला फैसला:पेपर लीक मामले में SIT का गठन,गैंगस्टर्स के ठिकानों पर बुलडोजर चलाने के संकेत,टास्क फोर्स भी बनेगी

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जयपुर:-सीएम भजनलाल शर्मा ने कामकाज संभालने के कुछ ही घंटों के भीतर पेपर लीक की जांच के लिए एसआईटी का गठन करने का फैसला किया है। सीएम भजनलाल ने कहा- युवाओं के भविष्य को अंधकार में डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। भविष्य में पेपर लीक नहीं हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा। पेपर लीक करने वालों को सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा- आज ही हमने पेपर लीक की जांच के लिए एसआईटी बनाने का फैसला किया है।

भजनलाल ने कहा- प्रदेश में संगठित अपराध को खत्म करने के लिए एंटी गैंगस्टर्स टास्क फोर्स का गठन होगा। किसी भी तरह के अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

गैंगस्टर्स के ठिकानों पर बुलडोजर चलाने के संकेत
सीएम भजनलाल शर्मा ने पहले ही दिन अपराधों के प्रति कठोर रुख अपनाने की बात कही है। सीएम ने यूपी की तर्ज पर अपराधियों के ठिकानों पर बुलडोजर जैसी कार्रवाई के भी इशारों में संकेत दे दिए हैं।

बीजेपी घोषणा पत्र के अनुसार काम करेगी सरकार
भजनलाल ने कहा- हम हमारे घोषणा पत्र के आधार पर काम करेंगे। हम उन मुद्दों को हल करेंगे, जिनसे जनता त्रस्त थी। अंतिम व्यक्ति का सहारा बनने के लिए काम करेंगे। अंत्योदय की भावना के साथ काम करेंगे। महिलाओं के लिए जिस तरह का काम पीएम ने किया है, वैसा ही हम भी करेंगे। हमारी सरकार महिला और बालिका अत्याचार सहन नहीं करेगी। महिलाओं को सुरक्षा देना प्राथमिकता रहेगी। कानून व्यवस्था सही करना और करप्शन मिटाना भी सरकार की प्राथमिकता में रहेगा।

भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएगी सरकार
सीएम ने कहा- महिलाओं के खिलाफ अपराध मिटाने के लिए संकल्पित हैं। असामाजिक तत्वों के खिलाफ हम कठोर कार्रवाई करेंगे। सरकार भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएगी। लंबित प्रकरणों का जल्द निस्तारण होगा। सरकारी दफ्तरों में आने वाले लोगों के लंबित प्रकरणों का संवेदनशीलता से निपटारा होगा और आम आदमी का आत्मसम्मान बरकरार रहे, इस भावना से काम होगा।

महिलाओं के खिलाफ अपराध पर पूरी तरह नियंत्रण करेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा- पिछले वर्षों में महिला सुरक्षा प्रदेश में एक बड़ा मुद्दा रहा है। प्रदेश की महिलाओं में सुरक्षा की भावना विकसित करने के लिए महिलाओं के विरुद्ध अपराधों को पूरी तरह खत्म करेंगे। सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद होनी चाहिए, ताकि प्रदेश की मातृशक्ति को किसी प्रकार की परेशानी न हो। इसके साथ ही असामाजिक और आपराधिक तत्वों को चिह्नित कर उन पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए, जिससे महिलाओं के विरुद्ध होने वाले सभी अपराधों की पूर्णतया रोकथाम हो सके।