कोटा:-खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने जयपुर में हुई कार्रवाई के बाद कोटा में भी देर रात छापा मार कार्रवाई की है. शुक्रवार रात 10:30 बजे से शनिवार तड़के 3 बजे तक चली इस कार्रवाई में 4000 लीटर संदेह जनक बदबूदार घी की बड़ी खेप बरामद की गई है. इस कार्रवाई में ‘श्री सरस’ ब्रांड का घी बड़ी मात्रा में मिला है, जिसे गोदाम में ही सीज कर दिया गया है.
प्रदेश के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण के अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा ने जयपुर में कार्रवाई करते हुए घी की खेप बरामद की थी. वहां से उन्हें सूचना मिली कि कोटा में भी इस तरह के घी की खेप का व्यापार हो रहा है. ऐसे में उन्होंने कोटा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जगदीश सोनी को निर्देश दिए. इसके बाद सीएमएचओ डॉ. सोनी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी चंद्रवीर सिंह जादौन, संदीप अग्रवाल व नीतेश गौतम ने देर रात 10:30 बजे कुन्हाड़ी थाना इलाके में बालिता रोड स्थित संदीप ट्रेडिंग कंपनी के गोदाम पर छापा मारा. मालिक संदीप जैन गोदाम का ताला लगा कर चला गया था. एफएसओ टीम ने व्यापारी जैन को गोदाम पर बुलाया. गोदाम में करीब 4000 लीटर घी की बड़ी खेप बरामद हुई.
दमन से लाकर बेच रहे थे घी : पंकज ओझा का कहना है कि यह कार्रवाई जयपुर के बाद त्वरित गति से कोटा में करवाई गई है. कोटा में यह कार्रवाई नहीं होती तो, इसकी बाजार में सप्लाई कर दिया जाता है. यह बदबूदार घी बाजार में भी पहुंच जाता. इस घी को भी दमन से लाकर प्रदेश के कई जिलों में बेचने की बात सामने आ रही है. इसके साथ ही राज्य सरकार की डेयरियों के सरस घी प्रोडक्ट के नाम को मिस ब्रांड कर श्री सरस के नाम बेचा जा रहा था. ऐसे में उन्हें भी इस संबंध में सूचना भेजी गई है. कोटा के फूड सेफ्टी ऑफिसर चंद्रवीर सिंह जादौन का कहना है कि उन्होंने कार्रवाई जयपुर में अमानक घी पाए जाने के बाद की है. इसके नमूने लेकर जांच के लिए लैबोरेट्री में भेजे जा रहे हैं।
13700 लीटर घी पकड़ा : वहीं, जयपुर में भी बीते दिन खाद्य सुरक्षा आयुक्तालय ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए बड़ी मात्रा में घी का स्टॉक जब्त किया था. अतिरिक्त खाद्य सुरक्षा आयुक्त पंकज ओझा के निर्देश पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया. ओझा ने बताया कि विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया रोड नंबर 9 पर छापा मार 13700 लीटर घटिया घी को जब्त किया गया है. ओझा ने बताया कि श्री सरस के नाम से दमन में इस घी को बनाया जा रहा था और जयपुर में सप्लाई किया जा रहा था.