कुंभलगढ़ ( मनोज टांक)
उदयपुर में आयोजित जी 20 शेरपा बैठक के अंतिम दिन दुनिया भर से आए विदेशी मेहमान रणकपुर और कुंभलगढ़ भ्रमण पर पहुंचे।
तीन दिवसीय इस सम्मेलन में 29 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया । बीते दो दिनों में वैश्विक चुनौतियों को लेकर गहन मंथन हुआ। तीसरे और गुरुवार को अंतिम दिन चर्चा के बाद भृमण के लिए निकल गए।
इन 29 देशों के विदेशी राजयनिक करीब सवा 11 बजे कुंभलगढ़ के महुआ बाग रिसोर्ट पहुंचे। यहां रिसोर्ट के डायरेक्टर भरतपाल सिंह नांगल ने इनका राजस्थानी परम्परा के अनुसार स्वागत किया।
इस दौरान कुंभलगढ़ में चप्पे चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात रहे।
विदेशी मेहमान मेवाड़ का ऐतिहासिक कुंभलगढ़ किला देखा।
परदेसी पावणों के आगमन को ध्यान में रख प्रशासन ने पूरी तैयारियां की।
आज किले को सामान्य पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था। किले और क्षेत्र में 24 घंटे सुरक्षा के लिए 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए । साथ ही सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक बाजार भी बंद रखने के निर्देश दिए ।
करीब 1बजे यहां से रवाना होकर शेरपा राजनयिक और आला अफसर कुंभलगढ़ किला देखने के बाद पाली के प्रमुख पर्यटन स्थल रणकपुर को निहारने पहुंचे। विदेशी मेहमानों का काफिला कड़ी सुरक्षा में 1:45 पर रणकपुर स्थित फतेहबाग पहुंचा।
विश्व प्रसिद्ध रणकपुर जैन मंदिर का भ्रमण भी किया। मंदिर में करीब 1 घंटा रुकने के बाद शाम को 4:30 बजे सभी विदेशी मेहमान उदयपुर के लिए रवाना हो गए।
कई मुद्दों पर दो दिनों में हुआ गहन मंथन
अंतिम दिन भृमण से पहले बीते 2 दिनों तक चली इस बैठक में कई मुद्दों पर मंथन और चिंतन किया गया। बैठक में समावेशी विकास, बहुपक्षवाद और महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के साथ-साथ खाद्य, ईंधन और उर्वरक, पर्यटन तथा संस्कृति के प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर महत्वपूर्ण बातचीत हुई। जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कृषि, व्यापार और निवेश, रोजगार, भ्रष्टाचार-विरोध, पर्यटन और संस्कृति विषयों पर छह अलग-अलग कार्य समूहों के साथ-साथ भारत की प्राथमिकताओं की विहंगम जानकारी दी। आर्थिक विकास में वैश्विक बाधाओं पर चर्चा के दौरान प्रतिनिधियों ने दीर्घकालिक समाधान और सार्थक साझेदारी के माध्यम से लचीला विकास प्राप्त करने के महत्व को रेखांकित किया।
जी20 की थीम थी- वसुधैव कुटुम्बकम
एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य. ये पूरे सम्मेलन के दौरान गूंजता रहा। मूल सत्रों के बाद, जी20 शेरपाओं और प्रतिनिधिमंडल के लिए जाने-माने शिल्पग्राम का दौरा आयोजित किया गया। इसकी वास्तुकला और प्रदर्शित की गई राजस्थानी कला और शिल्प की विविधता से सभी मेहमान मुग्ध हो गए ।