कोटा:-टेलीग्राम पर ऑनलाइन गेमिंग एप का लिंक भेज कर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के 6 बदमाशों को कोटा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी लोगों को मोटे मुनाफे का लालच देकर पहले उनके बैंक खाते खुलवातर और फिर उन खातों को कमीशन के बदले साइबर ठगों को बेच दिया करते ।
एसपी शरद चौधरी ने बताया कि आरोपी अजीत शर्मा निवासी थाना आरकेपुरम कोटा, सत्येन्द्र पुत्र लक्ष्मीनारायण निवासी थाना कवाई जिला बारां हाल थाना कुन्हाडी जिला कोटा शहर, अविनाश निवासी थाना कोतवाली जिला बारां हाल थाना कुन्हाडी, पवन निवासी थाना मोठपुर जिला बारां हाल महावीर नगर विस्तार योजना कोटा शहर, जयप्रकाश निवासी थाना आरकेपुरूम कोटा शहर एवं मनीष निवासी थाना खानपुर झालाबाड हाल थाना कुन्हाडी जिला कोटा शहर को गिरफ्तार किया है।
एसपी चौधरी ने बताया कि 30 मई को थाना उद्योग नगर निवासी सतवीर सिंह गुर्जर ने साईबर थाना पर प्रकरण दर्ज कराया कि उसके परिचित छोटू उर्फ अजीत शर्मा ने 20 से 25 दिन पहले जयप्रकाश यादव, सत्येन्द्र व अविनाश नाम के लडकों से उसे मिलाया था। इन्होंने गेमिंग एप के माध्यम से पैसे कमाने का लालच देकर कहा कि हम तुम्हें गेमिंग एप के माध्यम से पैसा कमाना सिखा सकते है।
कमीशन तुम्हारे बैंक अकाउंट में आएगा, जिसके लिऐ तुम्हारे पास चालू खाता होना चाहिए। पैसे का प्रलोभन दे एचडीएफसी व आईडीएफसी बैंक ले जाकर चालू खाता खुलवा कर सिक्योरिटी राशि 50-50 हजार रूपये जयप्रकाश यादव, सत्येन्द्र व अविनाश ने जमा करवाये। उसके बाद यस बैंक में चालू खाता खुलवा कर सिक्योरिटी राशि 25 हजार रूपये तीनो ने जमा करवाये।
इन सभी खातों पर ओटीपी के लिऐ मोबाईल नंबर इन तीनो ने ही रजिस्टर्ड करवाये थे। खाते खोलने के बाद इन खातो की चैक बुक, एटीएम ये लोग लेकर चले गये। 29 अप्रेल 2023 को एचडीएफसी बैंक से कॉल आया की आपके खाते में डेढ करोड से अधिक का लेनदेन हो चुका है ।
एसपी शरद चौधरी ने बताया कि इस रिपोर्ट पर आईपीसी व आईटी एक्ट में साईबर थाना कोटा शहर में मुकदमा दर्ज कर एएसपी प्रवीण कुमार जैन व सीओ अमर सिंह के सुपरविजन में एसएचओ गुमानपुरा मुकेश कुमार, डीएसटी व साइबर सेल की तीन टीम गठित की गई। तलाश के दौरान पीड़ित के बैंक स्टेटमेंट प्राप्त कर विश्लेषण किया गया। खातों से लिंक मोबाईल नम्बर की जानकारी ली गई।
सोमवार को मुखबिर की सूचना पर वांछित अभियुक्त अजीत शर्मा, सत्येन्द्र, अविनाश, पवन, जयप्रकाश, मनीष को नयापुरा चौराहा से डिटेन कर बाद पुछताछ गिरफ्तार किया गया। गिरोह से प्राप्त बैंक स्टेटमेंट के अनुसार पूरे देश में टेलीग्राम पर एप्लीकेशन के माध्यम से हजारों लोगो से करोड़ों रुपयों की ऑनलाईन ठगी किया जाना सामने आया। गिरफ्तार मुल्जिम को एप में खाता नम्बर उपलब्ध किये जाने पर कमीशन मिलता था। इन्होंने अन्य लोगो के भी खाता खुलवाकर गिरोह को उपलब्ध करवाये गये है जिससे ठगी का पैसा जमा होता था । गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस की टीम गहनता से अनुसंधान कर रही है]