ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट में 184 रनों की करारी हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने टीम के प्रदर्शन पर कड़ी नाराजगी जताई। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए गंभीर ने कहा, “अब बहुत हो गया।”
खिलाड़ियों के शॉट चयन पर नाराजगी
गंभीर ने खिलाड़ियों के गलत शॉट चयन और सिचुएशन के हिसाब से खेलने में असफलता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि टीम को छह महीने का वक्त दिया गया था, लेकिन अब किसी भी खिलाड़ी को मनमर्जी से खेलने की छूट नहीं दी जाएगी। गंभीर का स्पष्ट संदेश था, “जो मेरे प्लान के अनुसार नहीं खेलेगा, उसे टीम से बाहर कर दिया जाएगा।”
पुजारा को टीम में वापस चाहते थे गंभीर
गंभीर ने इस सीरीज में अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की वापसी की मांग की थी। हालांकि, चयनकर्ताओं ने इस पर सहमति नहीं दी। पुजारा ने पिछले दो ऑस्ट्रेलियाई दौरों पर शानदार प्रदर्शन किया था। 2018 में उन्होंने 521 रन बनाए थे, जबकि 2021 में गाबा टेस्ट में 211 गेंदों की पारी खेलकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
गैरजिम्मेदाराना शॉट्स की आलोचना
मेलबर्न टेस्ट के दौरान ऋषभ पंत और विराट कोहली के गैर-जिम्मेदाराना शॉट्स को लेकर भी गंभीरता से चर्चा हुई। पंत स्कॉट बोलैंड की गेंद पर स्कूप शॉट खेलते हुए आउट हुए, जिसे पूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने “बेवकूफी भरा शॉट” बताया। वहीं, कोहली बार-बार ऑफ साइड के बाहर जाती गेंदों पर आउट होते रहे।
सीरीज में भारत की स्थिति और WTC फाइनल की चुनौती
मेलबर्न टेस्ट हारने के बाद भारत पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 1-2 से पीछे हो गया है। सीरीज का आखिरी मुकाबला 3 जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा।
इस हार के बाद भारत के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचना और मुश्किल हो गया है। टीम 52.78% पॉइंट्स के साथ तीसरे स्थान पर है, जबकि साउथ अफ्रीका पहले ही 66.67% पॉइंट्स के साथ फाइनल में जगह बना चुका है।
गंभीर की कोचिंग में भारत के लिए चुनौतीपूर्ण समय
गौतम गंभीर ने पिछले साल जुलाई में भारतीय टीम के हेड कोच का पद संभाला था। हालांकि, उनके कार्यकाल में टीम ने कई अनचाहे रिकॉर्ड बनाए हैं:
- न्यूजीलैंड ने भारत को 3-0 से हराकर 36 साल बाद भारत में टेस्ट मैच जीता।
- भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 12 साल में पहली टेस्ट सीरीज गंवाई।
- 27 साल बाद श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज हारी।
गंभीर का कार्यकाल जुलाई 2027 तक है, लेकिन मौजूदा प्रदर्शन ने उनके नेतृत्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं।