New Delhi :
विनिर्माण और खनन क्षेत्रों (Manufacturing And Mining Sectors) के खराब प्रदर्शन से इस वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि धीमी होकर 6.3 प्रतिशत पर आ गई। हालांकि, भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था (Economy) बना रहा, क्योंकि चीन (China) ने जुलाई-सितंबर 2022 में 3.9 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि (Economic Growth) दर्ज की।
RBI ने अपने बुलेटिन में बताए आंकड़े
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर, 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 8.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 13.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। दूसरी तिमाही की जीडीपी वृद्धि इस महीने की शुरुआत में आरबीआई के 6.1 प्रतिशत से 6.3 प्रतिशत के अनुमान के बराबर है, जो इसके बुलेटिन में प्रकाशित एक लेख में जारी किया गया था।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के बयान में कहा गया है, “2022-23 की दूसरी तिमाही में स्थिर (2011-12) कीमतों पर वास्तविक जीडीपी (Real GDP) या जीडीपी 38.17 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जबकि 2021-22 की दूसरी तिमाही में यह 35.89 लाख करोड़ रुपये था, जो 2021-22 में 8.4 प्रतिशत की तुलना में 6.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।”