जयपुर :
खाद्य मंत्री प्रतापसिंह खाचरियाचास ने राजस्थान में ब्यूरोक्रेसी के हावी होने को लेकर खुलकर नाराजगी जताई है। खाचरियावास ने सीएम के प्रमुख सचिव कुलदीप रांका और खाद्य विभाग से ट्रांसफर किए गए सचिव को निशाने पर लेते हुए कार्रवाई की मांग उठाई है। खाचरियावास ने सीएम गहलोत को चिट्ठी लिखकर नाराजगी जताई है। उधर कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने खाचरियावास की बात का समर्थन करते हुए ब्यूरोक्रेसी को निशाने पर लिया है।
प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा- हमारा 46 हजार टन गेहूं लैप्स हो गया। यह महीने भर पहले की बात है। मैंने बैठक बुलाकर अफसरों को डांटा। मैंने सख्त आदेश दिए। जिस तरह आईएएस अफसर काम कर रहे हैं। वह सही नहीं है। जिन अफसरों ने जनता का गेहूं लैप्स करवा दिया, ऐसे अफसर के खिलाफ कार्रवाई के लिए मैंने सीएम को लिखा है।
खाचरियावास ने कहा- मैंने सीएम के प्रमुख सचिव कुलदीप रांका को फोन किया। सीएम के प्रमुख सचिव की जिम्मेदारी नहीं है क्या? यह सवाल बीजेपी-कांग्रेस का नहीं है। मैंने सीएम को पत्र लिखा है कि आईएएस अफसरों की एसीआर (एनुअल कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट) आप मत लीखिए। एसीआर हमें लिखने दीजिए। अलग-अलग विभागों में अलग-अलग मंत्री हैं। दूसरे राज्यों में आईएएस अफसरों की एसीआर मंत्री भरते हैं। आप जब मंत्रियों को एसीआर भरने का अधिकार देंगे, तब आईएएस अफसर सुधरेगा। नहीं तो वो बात नहीं मानेगा।
मैं बहुत नाराज हूं
खाचरियाावास ने कहा- अफसर की गलती से राशन की दुकानों पर सिर फूट गए। मैं तो वह आदमी हूं, जो सड़क पर लड़ता है। मेरा डिपार्टमेंट ऑनलाइन है। करप्शन नहीं हो सकता। जो भी आईएएस इस विभाग में आता है। वह यही सोचता है कि यहां क्या करेंगे? बाद में ये अफसर दूसरी जगह मनचाहे डिपार्टमेंट में चले जाते हैं। मैं बहुत नाराज हूं।
पेडणेकर ने गड़बड़ की, उसके खिलाफ कार्रवाई हो
खाचरियावास ने कहा- सरकार के बार-बार आदेश जाने के बावजूद कई बार गड़बड़ हुई। जिस अफसर ने गड़बड़ी की। उसे अक्षय उर्जा निगम में प्राइम पोस्टिंग पर भेज दिया। उस जिम्मेदार अफसर पर कार्रवाई करने की जगह उसे अच्छे डिपार्टमेंट में भेज दिया। मैंने सीएम से चिट्ठी लिखकर ऐसे अफसर आशुतोष पैडणेकर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है। कल मैंने सीएस को भी फोन किया। जनता एमएलए-मंत्री को जितवाकर भेजती है, उसे देवदूत बनाकर भेजती है, अफसर अगर उस मंत्री की बात नहीं मानेंगे तो मंत्री कमजोरी की बात कहता हुआ अच्छा नहीं लगता।
अफसर नियम नहीं माने तो मंत्री क्या करेगा?
खाचरियावास ने कहा- कोई अफसर रूल्स ऑफ बिजनेस को नहीं माने तो मंत्री क्या करेगा? यह तो मैं हूं और लड़ाका हूं और मेरी आदत गलत के खिलाफ संघर्ष करने की है। और कोई मंत्री होता तो यह बात बाहर ही नहीं आती। जनता का गेहूं लैप्स करवाने वाले अफसर की वजह से कितना नुकसान हो गया। मैंने इसीलिए सीएम से कार्रवाई को कहा है।