जयपुर:-राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ बीजेपी नेता घनश्याम तिवाड़ी ने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयानों पर पलटवार किया है। घनश्याम तिवाड़ी ने कहा- अशोक गहलोत की खीज और हताशा साफ दर्शाती है कि उनका बेटा वैभव गहलोत चुनाव हार रहा है।
वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने गहलोत को सम्मान नहीं दिया। जब वे रायबरेली राहुल गांधी के नामांकन में जा रहे थे तो कांग्रेस ने उन्हें वापस बुलाकर अमेठी भेज दिया। खुद के घर के झगड़े का गुस्सा भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में अनर्गल बयान देकर उतार रहे हैं। तिवाड़ी जयपुर बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
तिवाड़ी ने कहा- राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ को लेकर गहलोत का बयान उनकी हताशा और खुन्नस से ज्यादा कुछ भी नहीं है। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ देश में लोकमत परिष्कार का काम कर रही है, और निस्वार्थ भाव से किया गया यह काम अपने आप में बड़ा काम है।
बूथ मैनेजमेंट के मामले में भाजपा को कोई सानी नहीं
तिवाड़ी ने कहा- मोदी की गारंटी केवल एक व्यक्ति की गारंटी नहीं है, बल्कि भाजपा के एक सामान्य कार्यकर्ता की गारंटी है। आज बूथ मैनेजमेंट के मामले में भाजपा को कोई सानी नहीं है। कांग्रेस पार्टी के लोगों ने पहले राउंड में अपनी हार पहले ही मान ली थी, इसलिए कांग्रेस पार्टी के लोग मतदान करने नहीं आए।
कांग्रेस के पोलिंग बूथ खाली रहे और भाजपा के प्रत्येक बूथ पर पूरा मतदान हुआ। चुनाव परिणाम आने पर तस्वीर साफ होगी और यह साफ है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा प्रचंड बहुमत से सत्ता में आएगी। वहीं, कांग्रेस पार्टी को लोकसभा में मान्यता प्राप्त विपक्षी दल जितनी सीटें भी नहीं मिलेंगी।
कांग्रेस खास रणनीति के तहत पित्रोदा और अय्यर से बयान दिलवाती है
तिवाड़ी ने कहा- कांग्रेस ने अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए खास रणनीति के तहत मणिशंकर अय्यर और सैम पित्रोदा जैसे लोगों को अपना प्रमुख प्रवक्ता बनाया है। ये प्रवक्ता भारत को तोड़ने और कमजोर करने वाले बयान देते हैं। वहीं, दूसरी और पाकिस्तान को मजबूत राष्ट्र बताकर भारत को ही धमकाने का काम करते हैं। इन प्रवक्ताओं का मकसद विभाजनकारी ताकतों को प्रोत्साहित करके वोट बटोरना है।
पित्रोदा- अय्यर को विभाजनकारी एजेंडे के लिए काम लेती है कांग्रेस
तिवाड़ी ने कहा- कांग्रेस सैम पित्रोदा और मणिशंकर अय्यर जैसे लोगों को अपने विभाजनकारी एजेंडे के लिए काम में लेती है। इन नेताओं की मदद से कांग्रेस पाकिस्तान को मजबूत बताकर देश में अल्पसंख्यक वोट बैंक को मजबूत करती है। ये सब एक दिन में अचानक नहीं होता बल्कि ये एक सोची समझी रणनीति के तहत किया जाता है। इसके बाद जैसे ही इन बयानों पर देश में विरोध होता है तो कांग्रेस खुद को इन बयानों से दूर रखकर किनारा कर लेती है। इन दोनों प्रवक्ताओं का बयान कांग्रेस पार्टी की वास्तविकता का प्रदर्शन करते हैं।